क्या वाकई ऐसा है....जरा चेक करके बताएं..
....... तो समझ लो की आप कितने बूढ़े हो गए हो...*
*दोस्त बुलाए पर जाने को दिल ना करे, तो समझ लो की आप बूढ़े हो रहे हो...*
बिना वजह अगर मस्ती करते बच्चों पे ग़ुस्सा आ जाए, तो समझ लो की आप बूढ़े हो रहे हो...
पड़ोसन की जगह पत्नी पर ज्यादा प्यार आने लगे तो समझ लो आप बुढ़ापे की तरफ अग्रसर हैं
धमाल - मस्ती वाली फ़िल्मों की अगर आलोचना करने लगे हो, तो समझ लो की आप बूढ़े हो रहे हो...
अगर मस्त महफ़िल जमी हो और उस दौरान दोस्तों को मशवरा देने लग जाओ, तो समझ लो की आप बूढ़े हो रहे हो...
अगर नए कपड़े ख़रीदने की इच्छा कम हो रही हो, तो समझ लो की आप बूढ़े हो रहे हो...
हर बात में युवाओं के फैशन पर टिप्पणी करने लगे हो, तो समझ लो की आप बूढ़े हो रहे हो...
फूल पे गुनगुनाते भँवरे को देख कर कोई रोमांटिक गाना याद ना आए, तो समझ लो की आप बूढ़े हो रहे हो...
रेस्टोरेंट में खाने समय अगर घर के खाने की तारीफ़ करने लगो, तो समझ लो की आप बूढ़े हो रहे हो...
बेफिक्री छोड़ कर अगर सर पे चिंता की टोकरी उठा ली हो, तो समझ लो की आप बूढ़े हो रहे हो...
बारिश हो रही हो और पकोड़े की जगह छाता याद आए, तो समझ लो की आप बूढ़े हो रहे हो...
*दारू पीने का न्योता मिले और आप को आइस की वजह से जुकाम होने का डर लग रहा हो*
*तो समझ लो की आप बाक़ायदा बिना शक बिलकुल बूढ़े हो चुके हो...