हंसी नहीं रुकेगी आपकी : मुझको इतना खिलाया, मजा आ गया....
मेरे रश्के कमर,
तूने आलू-मटर,
इतना अच्छा पकाया, मजा आ गया।
भूख भी मिट गई,
पेट भी भर गया,
मुझको इतना खिलाया, मजा आ गया।
दाल में थी तरी
चटनी? भी थी हरी
स्वाद ऐसा बढ़ाया, मजा आ गया।
मेरे रश्के कमर
तूने आलू-मटर
इतना अच्छा पकाया, मजा आ गया।
आप सीधे-सीधे भी पढ़ सकते थे,
गाते हुए पढ़ना कोई जरूरी तो नहीं था।