विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस हर साल पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता लाना है।
भागदौड़भरी जिंदगी में तनावरहित जीवन जीना एक मुश्किल काम लगता है। हर एक व्यक्ति अपनी किसी-न-किसी समस्या से परेशान है और चिंताओं के साथ अपना जीवन बिता रहा है। व्यक्ति के लिए शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। मानसिक बीमारियों से बचाव के लिए आवश्यक है कि आप अपने तनाव को नियंत्रित करें। इस बात को समझें कि तनाव लेने से आपकी समस्या का समाधान नहीं होगा बल्कि आपके स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। अत्यधिक तनाव लेने की वजह से चिड़चिड़ापन, ज्यादा गुस्सा आना, नींद न आने की परेशानी, अकेले रहना जैसी समस्याएं पैदा होने लगती हैं।
मानसिक तनाव से दूर रहने के लिए इन बातों का ख्याल रखें:
जो व्यक्ति तनाव में रहते हैं, वे अकेला रहना ज्यादा पसंद करते हैं। ऐसे में वे अन्य लोगों से जुड़ा हुआ महसूस नहीं करते। इसलिए बेहद जरूरी है कि आप अन्य लोगों से जुड़ें और उनसे अपने मन की बात करें। अपने परिवार और अपने करीबियों के साथ वक्त बिताने की कोशिश करें। ऐसा करने से आप खुद को लोगों से जुड़ा हुआ महसूस करेंगे।
नेगेटिव लोगों से रहें दूर
ऐसे लोगों से दूरी बनाएं, जो आपको नेगेटिव करते हैं। यदि आप उनकी बातें सुनकर तनाव महसूस करते हैं तो उनसे दूरी बनाना ही बेहतर है। ऐसे लोगों के साथ समय बिताएं, जो पॉजिटिव हों। ऐसा करने से आप खुद भी पॉजिटिव फील करेंगे।
अच्छे दोस्त बनाएं
अच्छे दोस्त बनाएं जिनके साथ आप अपने मन की सारी बातें साझा कर सकें और हल्का महसूस कर सकें। दोस्त ऐसे हों, जो आपको आपकी बातों से जज न करें बल्कि आपको समझे और आपकी मदद करे, क्योंकि अच्छे दोस्त आपको आवश्यक सहानुभूति प्रदान करते हैं और साथ-ही-साथ अवसाद के समय आपको सही निजी सलाह भी देते हैं।
ऐसी चीजें करें, जो आपको खुशी देती हो
आप अपने लिए थोड़ा समय निकालकर ऐसी चीजें करें, जो आपको मन से खुश करती हो। जैसे आपको किताबें पढ़ना पसंद है, तो किताबें पढ़ें। दोस्तों के साथ बात करना पसंद है, तो दोस्तों से बातें करें। डांस करने से चेहरे पर मुस्कान आती है तो डांस करें। आप वे सारी चीजें करें, जो आपको खुशी देती हो।
मेडिटेशन, योग
मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें। मेडिटेशन कर आप तनावरहित महसूस करेंगे इसलिए नियमित रूप से मेडिटेशन और योग करें।
संतुलित आहार लें
फल, सब्जी, मांस, फलियां और कार्बोहाइड्रेट आदि का संतुलित आहार लेने से मन खुश रहता है। एक संतुलित आहार न केवल अच्छा शरीर बनाता है बल्कि यह दुखी मन को भी अच्छा बना देता है।