मुस्कुराना सबको भाता है। यह ईश्वर की मनुष्य को दी गई सबसे बड़ी नियामत है। मुस्कुराना यानी हंसना महज मनोरंजन नहीं बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी यह स्वस्थ रहने की एक 'थैरेपी' है। जानवर हंस नहीं सकते, लेकिन इंसान दिल खोलकर मुस्कुरा सकता है, यही वजह है कि दिल खोलकर मुस्कुराने और हंसी के इन ठहाकों को भी योग का एक हिस्सा मान लिया गया है।
आइए जानते हैं मुस्कुराने के 10 हेल्थ बेनिफिट्स...
1. प्रतिदिन सुबह मुस्कुराहट के साथ उठने, नई ऊर्जा से भर कर अपने दिन का स्वागत करना, प्रसन्नता से जीवन जीने का सर्वोत्तम धन है।
2. मुस्कुराने से हमारा मन अपने आप ही चिंताओं से मुक्त हो जाता है और मन को एक आत्मिक सुकून मिलता है।
3. हंसी के ठहाकों के साथ तालियां बजाने से जीवन में उत्साह का संचार होता है तथा जब हम तालियों के साथ हंसी का व्यायाम करते हैं तो शरीर की सुप्त अवस्था में रहने वाली कोशिकाएं भी जाग्रत हो जाती हैं जिससे शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है।
4. मुस्कुराना कई रोगों की अचूक औषधि है। यह एक ऐसी दवा है जिसका हमारे शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मुस्कुराते रहने से मनुष्य का इम्यूनिटी सिस्टम सक्रिय होता है। इससे प्रकृति किलर सेल्स में बढ़ोत्तरी होती है, जो वायरसजनित रोगों एवं ट्यूमर्स सेल को खत्म करने का कार्य करती है।
5. मुस्कुराहट या दिल खोलकर हंसना हृदय के लिए एक सर्वोत्तम व्यायाम है जिससे टी सेल की संख्या में बढ़ोत्तरी होती है।
6. मुस्कुराने से एंटीबाडी इम्यूनोग्लोब्यूलिन ए की मात्रा बढ़ती है, जो श्वसन नली में होने वाले इंफेक्शन से बचाव करती है।
7. मुस्कुराने से तनाव को जन्म देने वाले हार्मोंस का स्तर घटता है। पाचन तंत्र सही रखना, वजन घटाना एवं चर्बी कम करने में भी हंसी अहम भूमिका निभाती है। जोर से हंसने या मुस्कुराने से हमारे शरीर में एक तरंग सी दौ़ड़ जाती है जिसमें एंडरोफिन हार्मोन भी होता है जो प्राकृतिक रूप से हमारे शरीर का दर्दनिवारक है, यह शरीर में स्फूर्ति बढ़ाने एवं स्वस्थ बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।
8. मुस्कुराने से मस्तिष्क के दाएं और बाएं दोनों भागों की सक्रियता बढ़ती है, जिससे आपकी मैमोरी शार्प होती है।
9. मुस्कुराना एक ऐसी ही संजीवनी बूटी है, जो मनुष्य की मन:स्थिति को बदलकर उसे खुश रहते हुए जीने का अंदाज सिखाती है।
10. हमेशा मुस्कुराना एक सकारात्मक भावना है, जिसमें व्यक्ति को ऊर्जावान और शांतिपूर्ण बनाने के सभी तत्व उपस्थित रहते हैं। जैसे उदास एवं मुरझाया हुआ चेहरा किसी को भी नहीं भाता है, तो वहीं एक मासूम बच्चे की खिलखिलाती सी मुस्कुराहट हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर लेती है, क्योंकि मुस्कुराना एक ऐसा अहसास है जो मन को सुकून प्रदान करता है।
अत: हमें यह बात हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि मुस्कुराने के लिए कोई दिन, समय तय करने की जरूरत नहीं है, बस हमेशा अपने चेहरे पर मुस्कान कायम रखिए और सेहतमंद बनने के साथ-साथ दूसरों को भी सेहतमंद बने रहने में उनकी मदद कीजिए।