डायबिटीज के मरीजों को गन्ने का जूस पीना चाहिए या नहीं?
गर्मी का मौसम दस्तक दे चुका है। गर्मी से राहत के लिए अलग-अलग तरह के पेय का सेवन करते हैं ताकि गर्मी के प्रकोप से बच सकें। वहीं गर्मी के दिनों में गन्ने के जूस का सबसे अधिक सेवन किया जाता है। इसके सेवन करते ही गर्मी की थकान दूर हो जाती है। एकदम रिफ्रेशमेंट जैसा महसूस होता है। वहीं इसका सेवन करने से लीवर, ब्लड प्रेशर और इम्यून सिस्टम तीनों के लिए ही फायदेमंद होता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, पोटेशियम और फास्फोरस जैसे जरूरी तत्व पाए जाते हैं। जिससे हड्डियां भी मजबूत होती है। यह प्राकृतिक रूप से मीठा होता है। लेकिन सवाल उठता है कि क्या डायबिटीज के मरीज इसे पी सकते हैं?
गन्ने के रस में भले ही प्राकृतिक शुगर होती है लेकिन शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है। जिसके चलते डायबिटीज के मरीजों को दिक्कत हो सकती है। दरअसल, गन्ने का रस बिना किसी तरह से रिफाइंड करके निकाला जाता है। इसलिए हाई शुगर भी बहुत ज्यादा होती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को गन्ने के रस का सेवन नहीं करना चाहिए।
गन्ने के रस में ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है और अधिक मात्रा में ग्लाइसेमिक लोड होता है। इसका मतलब है कि यह आपके ब्लड शुगर लेवल को इफेक्ट करता है।
गन्ने के जूस के फायदे -
- एनर्जी मिलती है।
- पाचन क्रिया को ठीक करता है।
- दांतों को मजबूत करता है।
- संक्रमण से बचाव में मदद करता है।