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Written By WD Feature Desk
Last Updated : शुक्रवार, 31 मई 2024 (15:08 IST)

World Environment Day 2024: बढ़ते प्रदूषण के कारण जर्जर हो रहे भारत के ये 5 धरोहर

ताजमहल से लेकर राम सेतु तक, देश के धरोहरों को खतरा

World Environment Day 2024
World Environment Day 2024
World Environment Day 2024 : हमारे देश में प्रदूषण ने एक गंभीर समस्या का रूप ले लिया है। इसकी वजह से हमारे आसपास के लोग कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं। कई प्रयासों के बावजूद, भारत का पर्यावरण लगातार खराब होता जा रहा है। इसका असर हमारे देश की खूबसूरत जगहों पर भी पड़ रहा है। आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताएंगे जो हमारे लापरवाह रवैये की वजह से खतरे में हैं....ALSO READ: Sanitary Pad: महिलाओं के 'उन दिनों' की राहत बन रही पर्यावरण की आफत, सैनिटरी पैड डीकंपोज होने में लगते हैं 800 साल
 
1. महमूदाबाद एस्टेट, उत्तर प्रदेश : यह ऐतिहासिक इमारत अवधी वास्तुकला का एक बेहतरीन नमूना है। मुगल काल में यह एक प्रशासनिक आवास हुआ करती थी। लेकिन आज यह इमारत जीर्ण-शीर्ण होती जा रही है। इसकी देखरेख में लापरवाही और पर्यावरण में बदलाव इसके खराब होने के मुख्य कारण हैं।
 
2. ताजमहल, आगरा : प्रदूषण के कारण ताजमहल की खूबसूरती पर ग्रहण लग गया है। लोग दावा करते हैं कि ताजमहल का रंग सफेद से पीला होता जा रहा है। यह विश्व धरोहर खतरे में है और आने वाले समय में इसका हाल और भी बुरा हो सकता है।
World Environment Day 2024
3. जैसलमेर फोर्ट, राजस्थान : यह ऐतिहासिक किला हमारी संस्कृति का एक खूबसूरत नमूना है। लेकिन पुरानी मिट्टी और बढ़ते सीवेज पानी के कारण यह खतरे में है। किले के नीचे की मिट्टी कमजोर हो रही है और सीवेज का पानी किले की नींव में घुस रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पहाड़ खिसक रहे हैं, जिससे किला कमजोर होता जा रहा है।
 
4. राम सेतु : माना जाता है कि भगवान राम और उनकी सेना ने इस सेतु का निर्माण किया था। लेकिन आज कैनाल निर्माण के कारण यह सेतु क्षतिग्रस्त हो रहा है। अगर पर्यावरण में बदलाव इसी तरह जारी रहा, तो इस सेतु को सुरक्षित रखना मुश्किल होगा।
 
5. वैली ऑफ फ्लावर्स : बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग फूलों की खूबसूरत घाटियों को नष्ट कर रही है। कई फूलों की प्रजातियां विलुप्त हो रही हैं। बढ़ती आबादी और लैंडस्लाइड भी पहाड़ों पर बुरा असर डाल रहे हैं।
 
यह हमारी धरोहरों के लिए चिंता का विषय है। हमें अपने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए तुरंत कदम उठाने होंगे।
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