Candidate Name |
कवासी लखमा |
State |
छत्तीसगढ़ |
Party |
Congress |
Constituency |
कोन्टा |
Candidate Current Position |
MLA |
Kawasi Lakhma Political Journey in hindi : कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) बस्तर की कोंटा विधानसभा सीट से 5 बार जीत हासिल कर चुके हैं। इस सीट को हाई प्रोफाइल माना जाता है। इस बार भी उन्हें इसी सीट से मैदान में उतारा गया है। 2013 में कांग्रेस नेताओं के काफिले पर बड़ा नक्सली हमला हुआ था। इनमें जीवित बचे लोगों में से एक हैं। वे नक्सलियों के साथ उनकी मूल भाषा में बातचीत करने में सक्षम हैं।
राजनीतिक सफर : कवासी लखमा ने वार्ड पंच से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। 1995-96 में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सुकमा के अध्यक्ष रहे। 1998 में वे पहली बार कोंटा विधानसभा से विधायक चुने गए। इसके बाद 2003, 2008, 2013, 2018 में निरंतर विधायक चुने गए।
2000 याचिका समिति प्रत्यायुक्त विधान समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बने। 2002 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष जिला दंतेवाड़ा बने।
जिला सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक जगदलपुर के अध्यक्ष बने। 2004 में सरकारी उपक्रम संबंधी समिति, याचिका समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बने। 2008 से अपने 2018 तक पीसीसी सदस्य कोंटा से बने।
जन्म और शिक्षा : कवासी लखमा का जन्म 1953 छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के नागरास गांव में हुआ था। इनकी पत्नी का नाम कवासी बुधरी है। कवासी लखमा के 2 बेटे और 2 बेटियां हैं।
इनमें एक बेटा युवा नेता है और सुकमा जिला पंचायत का अध्यक्ष है। शिक्षा के बारे में बात करें तो उन्होंने एक बार कहा था कि वे कभी स्कूल नहीं गए। हालांकि छत्तीसगढ़ विधानसभा की वेबसाइट पर उनकी शैक्षणिक योग्यता में सिर्फ साक्षर लिखा हुआ है। यह पूछे जाने पर कि मंत्री के रूप में वे अपने कार्यकाल के दौरान फाइलों पर हस्ताक्षर कैसे करेंगे? लखमा ने कहा था कि कहा कि भगवान ने उन्हें बुद्धि दी है और वे इसका उपयोग करेंगे।
बयान से चर्चाओं में : कवासी लखमा अपने बयानों से भी चर्चाओं में रहते हैं। उन्होंने एक बार कहा था कि जब तक वे जीवित हैं बस्तर में शराबबंदी नहीं होगी। थोड़ी थोड़ी शराब पीने से शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचता अगर ज्यादा शराब पी ली तो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।