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Candidate Name शशि थरूर
State Kerala
Party Congress
Constituency Thiruvananthapuram
Candidate Current Position MP

Shashi Tharoor biography in hindi : तिरुवनंतपुरम से सांसद और मनमोहन सिंह मंत्रिमंडल में मानव संसाधन विकास मंत्रालय और विदेश मंत्रालय में अहम जिम्मेदारी निभा चुके कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) एक बार फिर इसी सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। उनके सामने भाजपा ने केन्द्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को उतारा है। थरूर सोशल मीडिया पर अपनी अंग्रेजी को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। 
 
राजनीतिक करियर : थरूर ने संयुक्त राष्ट्र में राजनयिक के रूप में शुरुआत की और इसके उप-महासचिव बने। 2006 में महासचिव के कार्यालय के लिए चुनाव लड़ने में असफल होने के बाद, उन्होंने बहुपक्षीय एजेंसी छोड़ दी। पार्टी की केरल शाखा के भारी विरोध के बीच उन्होंने 2009 में तिरुवनंतपुरम लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस का टिकट हासिल किया। थरूर ने चुनाव जीता और उन्हें यूपीए की मनमोहन सरकार में विदेश राज्यमंत्री बनाया गया। थरूर ने 2014 और 2019 में मोदी लहर के बावजूद इसी सीट से जीत हासिल की। 
 
जन्म और शिक्षा : 9 मार्च, 1956 को लंदन में पैदा हुए शशि थरूर ने 1962 में मोंटफोर्ट स्कूल, यरकौड में पढ़ाई की और बाद में मुंबई चले गए और कैंपियन स्कूल (1963-68) में पढ़ाई की। उन्होंने अपने हाई स्कूल के वर्ष कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेजिएट स्कूल (1969-71) में बिताए। उन्होंने 1975 में दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में कला स्नातक की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। 
 
थरूर 1976 में मेडफोर्ड में द फ्लेचर स्कूल ऑफ लॉ एंड डिप्लोमेसी, टफ्ट्स यूनिवर्सिटी से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एमए करने के लिए अमेरिका गए। थरूर ने 1977 में कानून और कूटनीति में मास्टर ऑफ आर्ट्स किया और एक साल बाद अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और मामलों में पीएचडी प्राप्त की।
 
विवाद भी जुड़ा :17 जनवरी 2014 को होटल के कमरे में पत्नी सुनंदा पुष्कर संदिग्ध परिस्थिति में मृत पाई गई थीं। सुनंदा पुष्कर एक सफल और बड़ी कारोबारी थी। शशि थरूर की पत्नी होने के नाते मामला हाई प्रोफाइल केस में तब्दील हो गया था। थरूर पर वैवाहिक क्रूरता और पुष्कर को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया। हालांकि सबूतों की कमी के कारण दिल्ली की एक अदालत ने थरूर को सुनंदा की मौत के मामले में सभी आरोपों से बरी कर दिया था।