केजरीवाल एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे-अन्ना हजारे
कांग्रेस को धोखाधड़ी का दंड मिला
नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विस्मित कर देने वाले प्रदर्शन के बाद प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि एक दिन अरविन्द केजरीवाल मुख्यमंत्री बन सकते हैं तथा उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी दी कि अब लोकसभा चुनाव में जनता उसको सबक सिखाएगी।केजरीवाल की पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने से इंकार करने वाले हजारे ने दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के शानदार प्रदर्शन पर खुशी का इजहार किया। शीला दीक्षित पिछले 15 वर्षों से दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं।‘आप’ के प्रदर्शन के बारे में पूछने पर हजारे ने कहा, निश्चित तौर पर अच्छा प्रदर्शन है। देश की राजनीति का दिल्ली केन्द्र है। दिल्ली में सत्ता की कमान संभाले पार्टी को हाथ में महज एक झाडू लेकर हराना कोई आसान बात नहीं है।उन्होंने कहा, इस पुराने दल (कांग्रेस) के पास काफी धन है। मुझे खुशी है कि ऐसी स्थिति में भी उनकी पार्टी को 24 सीटों पर विजय मिलती दिख रही है।
अन्ना ने केजरीवाल को किया आगाह...आगे पढ़ें...
हजारे ने साथ ही केजरीवाल को किसी भी दल के साथ गठजोड़ करने के प्रति आगाह करते हुए कहा, अगर खिचड़ी सरकार बनाई गई तो इसका कोई फायदा नहीं। ऐसी सरकार में भ्रष्टाचार पनपता है। उन्हें किसी का समर्थन (किसी पार्टी का) नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर सरकार बनाने में मुश्किल हो तो ताजा चुनाव होना चाहिए। इस गांधीवादी नेता ने कहा कि लोगों ने केजरीवाल की पार्टी के लिए मतदान किया है, क्योंकि उन्हें लगा कि यह पार्टी उनके बारे में अधिक चिंता करेगी और उन्होंने जो कुछ किया उसका उन्होंने स्वागत किया।हजारे ने केजरीवाल के बारे में कहा, एक दिन वह अपने पार्टी कार्यकर्ताओं की ताकत पर मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कांग्रेस की आलोचना की, जिसने बाकी विधानसभा चुनावों में भी निराशाजनक प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस कम से कम 50 वर्षों के लिए सत्ता में थी। उसके लिए क्या असंभव था। उन्होंने उम्मीदवार को ठुकराने, लोकपाल विधेयक और विधायक-सांसद की वापसी के अधिकार पर बेहतर कानून क्यों नहीं बनाए। हजारे ने कहा कि कांग्रेस ने जो कानून बनाए वह जेल से चुनाव लड़ने की अनुमति देने जैसे कानून थे। उन्होंने बेहतर कानून बनाने की ओर ध्यान नहीं दिया।हजारे ने कहा, अगर कांग्रेस इन सबके बावजूद अपने रास्तों को दुरस्त नहीं करती तो लोकसभा चुनावों में जनता उसे ऐसे और कई सारे सबक सिखाएगी। केजरीवाल और आप पार्टी के लिए चुनाव प्रचार नहीं करने के अपने फैसले का बचाव करते हुए उन्होंने कहा, वह एक राजनीतिक दल है और इसलिए यह (प्रचार करना) मेरे लिए मुश्किल है। मैं किसी भी राजनीतिक दल के लिए प्रचार नहीं करता। (भाषा)