जींद में पुलिसकर्मियों पर पथराव और फायरिंग, पुलिस ने भी किए हवाई फायर
जींद (हरियाणा)। हरियाणा के जींद जिले के पीपलथा गांव में संदिग्ध लोगों की तलाश में पहुंचे पुलिसकर्मियों पर सोमवार की देर रात पथराव किया गया जिसमें 4 पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं। बाद में ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर फायरिंग भी की जिसके जवाब में पुलिस को भी हवा में गोलियां चलानी पड़ीं। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
गढी थाना प्रभारी डॉ. सुनील ने बताया कि संदिग्ध लोगों की तलाश में पुलिस पार्टी गांव 'पीपलथा की बस्ती' पहुंची थी। उसी दौरान पुलिस पार्टी पर ग्रामीणों द्वारा पथराव किया गया और फायरिंग भी की गई। जवाब में पुलिस ने भी हवाई फायरिंग की। उन्होंने बताया कि पथराव के कारण 4 पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल 13 नामजद और 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है।
एएसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि उन्हें पथराव और फायरिंग की सूचना मिली थी जिसके बाद वे पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंच गए और घिरे पुलिसकर्मियों को बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि गढी थाना पुलिस ने घायल एएसआई की शिकायत पर 13 नामजद और 30 अन्य अज्ञात के खिलाफ जानलेवा हमला करने, छीना-झपटी, शस्त्र अधिनियम, तोड़फोड़ करने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एएसपी ने बताया कि उचाना में पिछले दिनों रोहतक सीआईए स्टाफ पुलिसकर्मी पर हुए जानलेवा हमले के संदिग्धों की तलाश में गढी थाना प्रभारी डॉ. सुनील के नेतृत्व में पुलिस टीम पीपलथा की बस्ती पहुंची थी। उन्होंने बताया कि उसी दौरान बस्ती के लोग पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई पर उतर आए और उन लोगों ने पुलिस पार्टी पर पथराव भी कर दिया जिसमें एएसआई सतपाल, सिपाही रमेश कुमार, सिपाही विकास, होमगार्ड जवान प्रदीप तथा संदीप को हल्की चोटें आईं।
एएसपी के अनुसार बस्ती के लोगों ने थाना प्रभारी की गाड़ी के शीशे तोड़ डाले। उन्होंने कहा कि पुलिस पार्टी पर पथराव होने तथा पुलिसकर्मियों के घिरे होने की सूचना पाकर वे पुलिस बल के साथ गांव पीपलथा पहुंचे और फंसे पुलिसकर्मियों को निकालने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि बस्ती के लोगों ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी जिसके जवाब में पुलिस ने भी हवा में गोलियां दागीं। हालांकि फायरिंग के दौरान किसी भी पक्ष को गोली नहीं लगी।