स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी, लॉकडाउन का उल्लंघन किया तो हो सकते हैं भयावह हालात
नई दिल्ली। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि यदि लोगों ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया तो सामुदायिक संक्रमण का खतरा पैदा हो सकता है। इससे भारत स्टेज 3 में पहुंच सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में संक्रमण के 748 मामले दर्ज किए गए जबकि 67 लोग ठीक हुए। कोरोना वायरस के संक्रमण से 19 लोगों की मौत हुई।
लॉकडाउन के दौरान कई राज्यों से खबर आ रही है कि लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं। इससे कम्युनिटी ट्रांसमिशन होने का खतरा बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर लोगों ने इसका पालन नहीं किया तो भारत स्टेज 3 में पहुंच सकता है। हालांकि मंत्रालय ने कहा कि सामुदायिक संक्रमण का अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्य सरकारों से 18 जनवरी और 23 मार्च के बीच अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भारत में प्रवेश करने वालों की निगरानी को तत्काल सख्त करने को कहा।
उन्होंने कहा कि इसकी जरूरत इसलिए है क्योंकि दो महीने में 15 लाख से ज्यादा लोग विदेश से भारत आए और कोविड-19 को लेकर जिन लोगों की निगरानी की जा रही है उनकी संख्या और कुल आए लोगों की संख्या में अंतर प्रतीत होता है।
ऑपरेशन नमस्ते : सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने 13 लाख अधिकारियों और जवानों वाली सेना को कोरोना वायरस के संक्रमण से अलग रखने तथा इस महामारी को रोकने में सरकार की हरसंभव सहायता के लिए ‘ऑपरेशन नमस्ते’ की शुरूआत की।
आपादाओं से निपटने में कुशल राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस एन प्रधान ने कहा है कि घातक कोविड-19 के बढते मामलों और उसके फलस्वरूप देश में लगाये गये अप्रत्याशित बंद के बीच यदि बल की सेवाओं की जरूरत पड़ी तो उसके लिए एनडीआरएफ ने पूरी तरह कमर कस ली है। प्रधान ने कहा कि बल के कर्मी भी अपनी तैयारी के तहत कोविड-19 राज्य नियंत्रण कक्षों में मौजूद हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने प्रति बटालियन 84 छोटी कोर टीमें बनायी हैं। यह बल निजी सुरक्षा उपकरणों के साथ हर बटालियन में 600 कर्मियों को शामिल करने का प्रयास कर रहा है... हमने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को सूचित किया है कि हमारे कर्मी बिल्कुल तैयार हैं और प्रोटोकॉल के तहत जब भी हमारी जरूरत हो हमें बुलाया जा सकता है।’’
भारत में कोरोना वायरस के कुल मामले एवं मृतक संख्या भले ही अमेरिका, ब्रिटेन और इटली जैसे देशों की तुलना में कम है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि लोगों को कोरोना वायरस के खतरे को कम करने के लिए देशव्यापी बंद का कड़ाई से पालन करना होगा क्योंकि लोगों ने घरों में ही रहने के नियमों का पालन अब नहीं किया तो सामुदायिक स्तर पर संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा।