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Written By ND

डिस्क जॉकी के रूप में करियर

करियर
-जयंतीलाल भंडारी

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क्‍लब, डिस्को और पब युवाओं का शगल बनता जा रहा है। इसकी मुख्य वजह हैक कॉरपेट डिस्क का फास्ट और पैर थिरका देने वाला संगीत और प्रकाश जो सभी को अपनी ओर बहुत आकर्षित करते हैं लेकिन इस संगीत से मजा लेने के अलावा आप इससे अपना भविष्य भी सँवार सकते हैं।

वैश्विक संगीत के इस युग में युवाओं में जिस तरह से रॉक और फास्ट संगीत की दीवानगी बढ़ रही है, उसे देखते हुए डिस्क जॉकी (डीजे) बनने की चाह भी युवाओं में साफ दिखाई देने लगी है। युवाओं के लिए डिस्क जॉकी वास्तव में एक सुनहरा भविष्य बन रहा है। मेट्रो शहरों में इसके प्रशिक्षण के लिए कई संस्थान भी खुल गए हैं जो डिस्क जॉकी बनने के लिए कई तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहे हैं।

डिस्क जॉकी, जिसे आम भाषा में डीजे कहा जाता है,नाम का रोजगार एमटीवी युग आरंभ होने के बाद ही सामने आया है। शुरुआती दौर में डीजे शौकीया तौर पर ही कार्य करता रहा है लेकिन आज यह शौक करियर का रूप ले चुका है। अकसरलोगों का मानना होता हैकि डिस्क जॉकी का काम केवल दो गानों को मिक्स करना होता हैलेकिन हकीकत यहहैकि डीजे का दायित्व दो गीतों के मिश्रण के अलावा और भी बहुत कुछ है। डीजे को जनसंपर्क जैसे कार्य भी करने होते हैं। उसे नेताओं के मिजाज को समझना होता हैतथा उसी के अनुकूल संगीत तैयारकरना होता है।

डिस्क जॉकी की लोकप्रियता उसकी सृजनात्मकता परनिर्भरकरती है। वहमूल स्वरों के साथ कार्य करते हुए नेता की मानसिक दशा का भी पूरा ध्यान रखता हैतथा इसी के अनुसारआरोह-अवरोहस्वरों की रचना करता है। उसे लोगों की संगत में बैठना और संगीत सुनना होता है। डीजे कार्य में बुनियादी रूप से तकनीकी वाद्ययंत्रों का इस्तेमाल किया जाता है ताकि लुभावना और कर्णप्रिय संगीत तैयारकिया जा सके और अलग-अलग प्रकार के संगीत को इस प्रकारसे मिलाया जाए कि नृत्य करने वालों के पैरन थमें।

डीजे में काम करने का ऐसा जुनून होना चाहिए कि वह रात भरजागकरलगातारकाम करसके तथा इस हद तक संगीतप्रेमी हो कि सुनने और थिरकने वाले हरदम तरोताजा महसूस करें। डीजे बनने के लिए आकर्षक व्यक्तित्व के साथ आपके पास लोकप्रिय औरकर्णप्रिय संगीत की अच्छी जानकारी होनी चाहिए तथा संगीत के प्रति आपकी लगन भी होनी चाहिए। डीजे के तहत विविध प्रकारके कार्य शामिल हैं, जैसे म्यूजिक अलबम तैयारकरना, रीमिक्स तैयारकरना आदि।

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डिस्क जॉकी का कार्य करते समय विभिन्न उपकरणों को संभालना पड़ता हैइसमें सीडी प्लेयर, रिकॉर्ड प्लेयर, मिक्सर, सैपल माइक तथा हेडफोन शामिल हैं। डीजे फ्लोरपरप्रकाश व्यवस्था के संबंध में लाइटजॉकी का भी कार्य करता है। जब तक व्यक्ति अच्छे संगीत औरखराब संगीत में अंतरनहीं करपाता तब तक वहअच्छी तरहसे संगीत का मिश्रण नहीं करपाएगा। मूल रूप से संगीत में स्वरसंयोजन रचना आसान नहीं है लेकिन सुरों को रीमिक्स करना तथा नेताओं की प्राथमिकता का ध्यान रखना डीजे का मुख्य कार्यक्षेत्र है।

डिस्क जॉकी बनने के लिए किसी भी संस्थान से कोर्स करने के बाद आप किसी भी होटल, पब, लब या डिस्को में जॉब करसकते हैं। वैसे तो डिस्क जॉकी कॉन्ट्रेक्टपरकाम करते हैं लेकिन कुछबड़ेहोटलों में स्थायी रूप से भी डिस्क जॉकी नियुक्तकिए जाते हैं। आप अपना बैंडया म्यूजिक ग्रुप भी शुरूकरसकते हैं। होटल, लब, पब या पार्टी में आप अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं।

प्रायः एक पार्टी, पब या होटल में परफार्म करने पर डिस्क जॉकी डेढ़ से तीन हजाररुपए प्रति पांच घंटेके हिसाब से कमाते हैं तथा नाम हो जाने पर आमदनी लाखों में होती है। डिस्क जॉकी कोर्स के लिए प्राइवेट इंस्टिट्यूट द्वारा एक से तीन महीने तक के कोर्स चलाए जाते हैं। वहीं कुछ संस्थानों द्वारा साउंड इंजीनियरिंग में दो और तीन साल के डिप्लोमा और स्नातक डिग्री कोर्स भी चलाए जाते हैं।

डिस्क जॉकी का कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं :

फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे।

ग्रोवर्स डीजे ट्रेनिंग एकेडमी, दिल्ली।

डीजे जैजी बी, नई दिल्ली।

स्कूल ऑफ ऑडियो इंजीनियरिंग, चेन्नई।

सत्यजित रे फिल्म एंड टेलीविजन एकेडमी, पंचशायर, कोलकाता।