बॉलीवुड एक्ट्रेस सेलिना जेटली का परिवार इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रहा है। एक्ट्रेस के भाई मेजर (रिटायर्ड) विक्रांत कुमार जेटली पिछले एक सेल से यूएई में नजरबंद है। सेलिना ने अपने भाई के लिए एक लिखित याचिका भी दाखिल की है। सेलिना का कहना है कि भारत का विदेश मंत्रालय विदेश में फंस भारतीय नागरिकों की रक्षा करने के लिए जिम्मेदार है, इसलिए उन्हें तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।
वहीं अब सेलिना जेटली ने अपने भाई के लिए एक इमोशनल पोस्ट शेयर किया है। सेलिना ने भाई साथ आखिरी बार फोन पर हुई बातचीत के बारे मेंबताया है। एक्ट्रेस ने बताया कि जब से उनेक भाई को हिरासत में लिया गया है, तब से डर और उम्मीद के बीच उल्टी गिनती चल रही है।
सेलिना ने लिखा, युद्ध के मैदान से कोठरी तक, एक भारतीय सैनिक का अनकहा दर्द, मेरे भाई के बिना 444 दिन! मेरे भाई, मेजर विक्रांत कुमार जेटली (सेवानिवृत्त) को अगवा हुए 1 साल, 2 महीने, 17 दिन, कुल 443 दिन, 10,632 घंटे, 637,920 मिनट हो गए हैं। जब उनका पहले अपहरण हुआ, आठ महीने तक उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया, फिर उन्हें कहीं नजरबंद रखा गया, तब से मेरी जिंदगी डर, उम्मीद और असहनीय खामोशी की उल्टी गिनती बन गई है।
उन्होंने लिखा, मैं उनकी आवाज सुनने का इंतजार कर रहा हूं, मैं उनका चेहरा देखने का इंतजार कर रहा हूं, मुझे डर है कि उन्होंने उनके साथ क्या किया है। मुझे इससे डर लगता है क्योंकि सिर्फ मैं ही जानती हूं कि जब वो पूरी तरह स्वस्थ था तब वो कैसा था और मुझे इससे डर इसलिए लगता है क्योंकि मुझे पता है कि उस आखिरी कॉल में उसने क्या-क्या कहा था।
सेलिना ने लिखा, एक कॉल जो उस इकलौते नंबर पर की गई थी जिसे वो अब भी याद रख सकता था। एक कॉल जिसमें शब्दों से ज़्यादा दर्द था। एक कॉल जिसमें दुनिया के सामने आने से ज़्यादा सच्चाई थी। मेरे पास जवाबों से ज़्यादा सवाल हैं, हर गुजरते पल में इतना खौफ है।
एक्ट्रेस ने लिखा, उन्होंने अपनी जवानी, अपनी ताकत, अपना दिमाग, अपनी ज़िंदगी भारत को दी है।
वह तिरंगे के लिए जिए और खून बहाया है। जैसे-जैसे भारत एक ग्लोबल ताकत के तौर पर उभर रहा है, हमारे सैनिक और वेटरन्स विदेश में आसान टारगेट बन रहे हैं। यह अब सिर्फ़ पर्सनल नहीं रहा, हमारे सैनिकों और वेटरन्स को विदेश से उठाने का यह पैटर्न... क्या यह अब हमारी अपनी नेशनल सिक्योरिटी को खतरे में डाल रहा है?
उन्होंने कहा, हमें यह सवाल पूछना चाहिए। हमें जवाब मांगने चाहिए। हमें मुंह नहीं मोड़ना चाहिए। हमें वही, निर्णायक एक्शन चाहिए जो कतर में लिया गया था, मैं अपनी सरकार पर अपना भरोसा, अपनी ज़िंदगी और अपनी उम्मीद लगा रही हूं कि वे अपने सैनिक को सुरक्षित वापस लाएंगे। हमारे सैनिक को वापस लाओ। जिस आदमी ने इस देश को सब कुछ दिया, उसे चुपचाप अकेला मत छोड़ो।
सेलिना ने कहा, जैसा कि मेरे स्वर्गीय पिता, कर्नल वीके जेटली (SM) हमेशा कहते थे, 'अगर आप किसी सैनिक का सम्मान करना चाहते हैं, तो ऐसा भारतीय बनो जिसके लिए मर मिटने लायक हो।' भाई, तुम्हें ढूंढने में मैंने सब कुछ खो दिया है। मैं नहीं रुकूंगी, मैं तब तक हार नहीं मानूंगा जब तक वह अपने भारत की मिट्टी पर वापस नहीं आ जाता, जिस देश के लिए उसने सब कुछ न्यौछावर कर दिया।