अमेज़ॅन मिनी टीवी की शॉर्ट फिल्म 'धावक': छोटा पैकेट बड़ा धमाका
अमेज़ॅन मिनी टीवी पर शॉर्ट फिल्म 'धावक' रिलीज हुई है जिसमें सृष्टि श्रीवास्तव और वैभव तलवार मुख्य भूमिकाओं में हैं। यह स्पोर्ट्स ड्रामा धावक सुधा सिंह की प्रेरक यात्रा है, जो अपने सपनों को प्राप्त करने के लिए कई बाधाओं से गुजरती है। पेश है 'धावक' देखने के 4 कारण:
1) प्रेरक स्पोर्ट्स ड्रामा - धावक एक युवा प्रतिभाशाली धावक सुधा सिंह के जीवन को दर्शाती है जो राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने का सपना देखती है जबकि सामाजिक बाधाएं उसके जीवन को चुनौतीपूर्ण बनाती हैं। लेकिन वह अंतिम मंजिल तक पहुंचने के लिए अपने दिल और आत्मा को लगा देती है। कहानी एक दिलचस्प मोड़ लेती है जब सुधा के भाग्य का फैसला 'रेस स्वयंवर' द्वारा किया जाता है। सुधा की यात्रा लोगों, विशेष रूप से महिलाओं को अपने सपनों का पूरा करने और हार न मानने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करने का एक प्रयास है। सम्मोहक पटकथा और बेहतरीन संपादन के साथ, धावक एक विचारोत्तेजक कथा है जिसका उद्देश्य सामाजिक परिवर्तन लाना है।
2) यथार्थवादी स्थानों पर फिल्माई गई कहानी - मनोरंजन की दुनिया स्पोर्ट्स ड्रामा से भरी हुई है, लेकिन जो चीज धावक को सबसे अलग बनाती है वह है इसकी आकर्षक कहानी और यथार्थवादी स्थान। उत्तर प्रदेश के ईशापुर में फिल्माई गई, कच्ची और प्रामाणिक गाँव की जीवंतता इस लघु फिल्म की सुंदरता में इजाफा करती है। वास्तविक जीवन की सेटिंग्स इसे अधिक भरोसेमंद और विश्वसनीय बनाती हैं। यह दर्शकों को भावनात्मक रूप से दिखाए गए क्षेत्र में पहुंचाता है, जिससे उन्हें सुधा के जीवन और यात्रा से गहराई से जुड़ाव महसूस होता है।
3) प्रतिभाशाली टीम: धावक में सृष्टि श्रीवास्तव और वैभव तलवार मुख्य भूमिकाओं में हैं। सृष्टि का एथलेटिक प्रदर्शन सराहनीय है, वैभव एक आईपीएस अधिकारी के रूप में अच्छे लगे हैं। उम्दा कलाकारों के साथ, इस शॉर्ट फिल्म के निर्माताओं ने इसे देखने लायक बनाने के लिए ईमानदारी से प्रयास किया है। नवोदित निर्देशक-निर्माता अभिषेक शर्मा, संवाद लेखक पुरुरवा राव और संपादक अक्षरा प्रभाकर और हर्षित महंत का काम भी सराहनीय है।
4) 60 मिनट से भी कम समय में फुल-ऑन एंटरटेनमेंट - 'छोटा पैकेट बड़ा धमाका', यह कहावत धावक का सटीक वर्णन करती है। केवल 42 मिनट के रन टाइम के साथ, यह बेहतरीन मनोरंजन प्रदान करती है। यह कहना गलत नहीं होगा, 'धावक' एक प्रेरक कहानी के साथ एक व्यावसायिक मनोरंजनकर्ता से कम नहीं है।'