कोरोना वायरस का नया ओमिक्रॉन वेरिएंट तेज़ी से फैल रहा है। लेकिन आपको कैसे पता चलेगा कि आपको कोविड हो गया है या ये महज़ आम सर्दी-ज़ुकाम है?
ओमिक्रॉन वेरिएंट के लक्षण क्या हैं?
इंग्लैंड की नेशनल हेल्थ सर्विस यानी एनएचएस का कहना है कि अभी भी आम तौर पर होने वाले कोरोना लक्षणों को लेकर सतर्क रहने की ज़रूरत है, जिनमें:
* लगातार हो रही खांसी
* तेज़ बुखार
* गंध और स्वाद का चला जाना या बदल जाना
लेकिन कुछ लोगों के लिए कोविड किसी ख़राब "सर्दी-ज़ुकाम जैसा लग सकता है" जिसमें सिरदर्द, गले में खराश और बहती नाक जैसे लक्षण हों।
ज़ोइ कोविड स्टडी ऐप ने हज़ारों लोगों से अपने लक्षणों की जानकारी साझा करने के लिए कहा और जांचकर्ताओं ने देखा कि उनके ये लक्षण डेल्टा वेरिएंट से जुड़े हैं या तेज़ी से फैल रहे नए ओमिक्रॉन वेरिएंट से।
अब तक पता चले प्रमुख पांच लक्षण हैं:
* बहती नाक
* सिरदर्द
* थकान (हल्की या बहुत ज़्यादा)
* छींक आना
* गले में खराश
अगर आपको लगता है कि आपको कोविड हो सकता है, तो आपको तुरंत जांच करा लेनी चाहिए। कुछ लोग भले ही खुद ज़्यादा बीमार महसूस ना करें, लेकिन वो दूसरों को ख़तरे में ज़रूर डाल सकते हैं।
क्या बुखार होने का मतलब है मुझे कोरोना हो गया है?
37.8C या उससे ज़्यादा तापमान होने का मतलब है कि आपको बुखार है। बुखार होने का मतलब ये नहीं है कि आपको कोरोना ही हुआ है, किसी भी तरह के संक्रमण से लड़ते वक़्त इस तरह का बुखार हो सकता है।
थर्मामीटर का इस्तेमाल करके बुखार का पता लगाया जा सकता है। लेकिन अगर आपके पास थर्मामीटर नहीं है तो उस व्यक्ति की छाती या पीठ को छूकर देखें कि क्या वो गर्म है।
आम तौर पर तेज़ बुखार के साथ सर्दी-ज़ुकाम नहीं होता है। अगर आपको बुखार है तो आपको कोरोना टेस्ट करवा लेना चाहिए।
खांसी और ओमिक्रॉन
अगर आपको ज़ुकाम या फ्लू है तो अन्य लक्षणों के साथ आपको खांसी भी हो सकती है। फ्लू आमतौर पर अचानक होता है और मरीज़ अक्सर खांसी के साथ मांसपेशियों में दर्द, ठंड लगने, सिरदर्द, थकान, गले में खराश और बहती या भरी हुई नाक की शिकायत करता है। ये भयंकर सर्दी ज़ुकाम से भी बुरा होता है।
ज़ुकाम धीरे-धीरे बढ़ता है और कम गंभीर होता है। हालांकि फिर भी वो आपको बीमार महसूस करा सकता है। खांसी के साथ छींके भी आ सकती हैं और गले में खराश और बहती नाक की समस्या हो सकती है। बुखार, ठंड लगने, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द कम ही देखने को मिलता है।
कोरोना वायरस वाली खांसी का मतलब है एक घंटे से ज़्यादा वक़्त तक लगातार खांसी होना, या 24 घंटे में तीन या उससे ज़्यादा बार खांसी के दौरे पड़ना।
अगर आपको सीओपीडी जैसी लंबे समय से चली आ रही मेडिकल कंडीशन की वजह से आम तौर पर खांसी होती है, तो कोरोना होने पर ये उससे भी ख़राब हो सकती है। अगर आपको खांसी होने लगी है और लगातार हो रही है तो आपको कोरोना का टेस्ट करा लेना चाहिए।
गंध और स्वाद के जाने या बदलने से क्या मतलब है?
ये कोरोना वायरस के मुख्य लक्षण हैं और ये होने का मतलब है कि आपको टेस्ट करा लेना चाहिए। हो सकता है कि आपको साधारण सी सर्दी हो। भले ही आप बीमार महसूस ना कर रहे हों लेकिन आपको जांच करवाने की ज़रूरत है, ताकि वायरस को आगे फैलने से बचाया जा सके।
क्या छींकें आने का मतलब है कि मुझे कोविड हो गया है?
एनएचएस के मुताबिक़, कोरोना वायरस के आम लक्षणों में छींकें आना शामिल नहीं है। इसलिए अगर आपको सिर्फ छींकें आ रही हैं, लेकिन साथ में बुखार, खांसी या स्वाद गंध का जाना जैसे लक्षण नहीं है तो आपको टेस्ट कराने की ज़रूरत नहीं है। हालांकि छींक के कण संक्रमण फैला सकते हैं, इसलिए छींकते वक़्त टीश्यू का इस्तेमाल करें। इस्तेमाल के बाद डस्टबिन में डाल दें और हाथ धो लें।
कोरोना वायरस और दूसरी बीमारियों को फैलने से रोकने में मदद के लिए:
* अपने हाथ धोते रहें
* जब सोशल डिस्टेंसिंग मुमकिन ना हो तो मास्क का इस्तेमाल ज़रूर करें
* बाहरी लोगों से दूरी बनाकर रखें
बहती या बंद नाक या सिरदर्द?
एनएचएस का कहना है कि सिर्फ बहती नाक या सिरदर्द होने पर टेस्ट कराने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन रिसर्च कहती है कि कुछ लोग, जिनका कोविड टेस्ट पॉज़िटिव आया उनमें ये लक्षण भी थे। अमेरिकी गाइडलाइन कहती है कि ये लक्षणों वाले लोगों को कोविड हो सकता है:
* बुखार या ठंड लगना
* खांसी
* सांस फूलना या सांस लेने में कठिनाई
* थकान
* मांसपेशियों या शरीर में दर्द
* सिरदर्द
* स्वाद या गंध का चला जाना
* गले में खराश
* बंद या बहती नाक
* जी मचलाना या उल्टी
* दस्त
अगर मैं बहुत बीमार हूं तो?
कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में कई तरह के लक्षण होते हैं, वो हल्के या गंभीर दोनों तरह के लक्षण हो सकते हैं। हो सकता है किसी में बिल्कुल भी लक्षण ना हों, लेकिन फिर भी वो संक्रमण फैला सकते हैं।
कोरोना वायरस के संपर्क में आने के बाद लक्षण दिखने में दो हफ़्ते लग सकते हैं, लेकिन आम तौर पर क़रीब पांच दिन लगते हैं। सांस लेने में दिक़्क़त होना कोरोना वायरस संक्रमण का एक ज़्यादा गंभीर लक्षण है। अगर आपको सांस लेने में दिक़्क़त हो रही है, तो डॉक्टर से संपर्क करें या फोन पर बात करें।