दो प्रेम कविताएं : तुम्हारे दिए रंग सजाना है
स्मृति आदित्य | रविवार,जनवरी 17,2021
चाहती हूं कि
इन रंगों को रख दो मेरी हथेलियों पर
कि जब मैं निकलूं तपती हुई पीली दोपहर में अकेली
तो इन्हें छिड़क ...
कैफी आजमी : इक जुर्म करके हमने चाहा था मुस्कराना...
स्मृति आदित्य | गुरुवार,जनवरी 14,2021
कैफी की कलम का करिश्मा ही था कि वे ‘जाने क्या ढूंढती रहती हैं ये आंखें मुझमें’, जैसी कलात्मक रचना के साथ सहज मजाकिया ...
भारतेंदु हरिश्चंद्र : विलक्षण प्रतिभा के धनी अनोखे रचनाकार
स्मृति आदित्य | बुधवार,जनवरी 6,2021
भारतेंदु स्वयं लेखक, कवि, पत्रकार, संपादक, निबंधकार, नाटककार, व्यंग्यकार एवं कुशल वक्ता थे। उनकी इस प्रतिभा से रूबरू ...
‘कीरो’ ने पहले ही कर दी थी ‘ऑस्कर वाइल्ड’ के बारे में यह भविष्यवाणी!
स्मृति आदित्य | रविवार,नवंबर 29,2020
कीरो ने यह भी कहा कि 41 से 42वें वर्ष के बीच यह निष्कासन होगा और उसके कुछ वर्षों बाद मृत्यु हो जाएगी। यह दोनों हाथ लंदन ...
क्या आपका भी है चमकते चांद से दमकता रिश्ता
स्मृति आदित्य | शुक्रवार,अक्टूबर 30,2020
शरद की पूनम रात में चांद शबाब पर होता है। अमृत बरसाता हुआ,धवल चांदनी बिखेरता हुआ और पूरा का पूरा दिल में उतरता हुआ। ...
चांद पर कविताएं : आओ चांद से बातें करें
स्मृति आदित्य | शुक्रवार,अक्टूबर 30,2020
चांद नहीं कहता तब भी मैं याद करती तुम्हें चांद नहीं सोता तब भी मैं जागती तुम्हारे लिए चांद नहीं बरसाता अमृत
तब भी ...
अंतरिक्ष का चमकीला चमत्कार चांद
स्मृति आदित्य | शुक्रवार,अक्टूबर 30,2020
बदली में ही चांद सबसे ज्यादा खूबसूरत और दिलकश लगता है। हल्का-हल्का, झीना-झीना परदा सरकाकर आकाश में थिरकता और दमकता ...
लव के साथ जिहाद, फैल रही है ये कैसी आग?
स्मृति आदित्य | गुरुवार,अक्टूबर 29,2020
लव, प्रेम, प्यार, मोहब्बत, कितने नाजुक अल्फाज़ है ये किसने इनके साथ जिहाद जैसा शब्द जोड़ा है भाई जरा सामने तो आना.... ...
Nikita Tomar : तुम्हारी हत्या नहीं हुई आज मैं मर गई हूं, एक काल्पनिक चिट्ठी
स्मृति आदित्य | बुधवार,अक्टूबर 28,2020
तुम मार दी गई मेरे सामने, तुम छुपती रही मेरे पीछे और मैं कुछ न कर सकी। सखी थी मैं तुम्हारी, तुम्हारी राजदार, तुम्हारी ...
जब नए घर में कर रहे हों प्रवेश, तो इन 20 बातों का ध्यान रखें विशेष
स्मृति आदित्य | सोमवार,अक्टूबर 26,2020
जब हम गृह प्रवेश करते हैं तो नई आशा, नए सपने, नई उमंग स्वाभाविक रूप से मन में हिलोर लेती है। आइए जानें 20 जरूरी बातें ...