सामयिक चिंतन : जल है तो ही कल है, नहीं तो नहीं!
रवीन्द्र गुप्ता | गुरुवार,सितम्बर 6,2018
वर्तमान में वैश्विक गर्मी (Global Warming) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है तथा इससे जल संकट भी दिन-पर-दिन गहराता जा रहा है। ...
व्यंग्य : मैरेज करोगे तो ऐसे ही मरोगे...!
रवीन्द्र गुप्ता | बुधवार,जून 13,2018
कुछेक 'कमसमझ' लोगों की तरह मैंने भी अपना 'मैरेज' (विवाह) कर अपना 'मरण' तय करवा लिया था। अब आप मेरे मैरेज (या कि मरण) के ...