* वैष्णोदेवी मंदिर में इन विशेष मंत्रों से करें माता का पूजन
पृथ्वी पर विराजमान समस्त देवियों का महत्व है लेकिन माता वैष्णोदेवी का महत्व सबसे विशेष हैं। आइए जानते हैं कि मां वैष्णो देवी को किन विशेष मंत्रों से स्मरण किया जाता है। यही मंत्र उन्हें प्रसन्न भी करते हैं।
इस मंत्र का उच्चारण करते हुए माता वैष्णोदेवी को जल अर्पित किया जाता है -
ॐ सर्वतीर्थ समूदभूतं पाद्यं गन्धादि-भिर्युतम्।
अनिष्ट-हर्ता गृहाणेदं भगवती भक्त-वत्सला।।
ॐ श्री वैष्णवी नमः।
पाद्योः पाद्यं समर्पयामि।
इस मंत्र से माता वैष्णोदेवी को दक्षिणा अर्पित करते हैं-
हिरण्यगर्भ-गर्भस्थं हेम बीजं विभावसोः।
अनन्तं पुण्यफ़ल दमतः शान्ति प्रयच्छ मे।।
माता वैष्णोदेवी का स्मरण करते हुए इस मंत्र के साथ उन्हें चंदन अर्पित किया जाता है-
ॐ श्रीखण्ड-चन्दनं दिव्यं गन्धाढ्यं सुमनोहरम्।
विलेपन मातेश्वरी चन्दनं प्रति-गृहयन्ताम्।।
इस मंत्र के द्वारा माता वैष्णोदेवी को दही अर्पित किया जाता है -
पयस्तु वैष्णो समुद-भूतं मधुराम्लं शशि-प्रभम्।
दध्या-नीतं मया स्नानार्थ प्रति-गृहयन्ताम्।।
मां वैष्णोदेवी को वस्त्र समर्पित करने का मंत्र
शीत-शीतोष्ण-संत्राणं लज्जाया रक्षणं परम्।
देहा-लंकारण वस्त्रमतः शान्ति प्रयच्छ मे।।
इस मंत्र को पढ़ते हुए माता वैष्णोदेवी को पुष्पमाला समर्पण करना चाहिए-
माल्या दीनि सुगन्धीनि माल्यादीनि वै देवी।
मया-हृताणि-पुष्पाणि गृहायन्ता पूजनाय भो।।
माता वैष्णोदेवी के स्मरण एवं पूजन में उनका आह्वान इस मंत्र के द्वारा किया जाता है-
ॐ सहस्त्र शीर्षाः पुरुषः सहस्त्राक्षः सहस्त्र-पातस-भूमिग्वं सव्वेत-स्तपुत्वा यतिष्ठ दर्शागुलाम्।
आगच्छ वैष्णो देवी स्थाने-चात्र स्थिरो भव।।