शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. ज्योतिष आलेख
  4. Weekly Muhurat 15 Nov to 21 Nov 2021

November Muhurat 2021: साप्ताहिक मुहूर्त (15 से 21 नवंबर), यहां पढ़ें खास व्रत-त्योहार

November Muhurat 2021: साप्ताहिक मुहूर्त (15 से 21 नवंबर), यहां पढ़ें खास व्रत-त्योहार - Weekly Muhurat 15 Nov to 21 Nov 2021
(साप्ताहिक मुहूर्त : 15 नवंबर से 21 नवंबर 2021) 
 
Weekly Muhurat November 2021 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए सप्ताह के 7 दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप 8 नवंबर से 14 नवंबर के इन 7 दिनों में वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए इस सप्ताह के अंतर्गत आनेवाले प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है।
 
15 नवंबर 2021, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल- प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-देवप्रबोधिनी एकादशी व्रत (निम्बार्क)/मूल प्रारंभ/भीष्म पंचक प्रारंभ
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में तुलसी का पौधा अर्पित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

16 नवंबर 2021, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण  
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-भौम प्रदोष/पंचक समाप्त 
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में मसूर की दाल चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

17 नवंबर 2021, बुधवार के शुभ मुहूर्त 
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विनी
योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-सौर मार्गशीर्ष मास प्रारंभ/रवियोग
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-बटुक को कांस्यपात्र दान दें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

18 नवंबर 2021, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-भरणी
योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान 
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण  
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-वैकुंठ चतुर्दशी/व्रत पूर्णिमा
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-मंदिर में स्वर्ण दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

19 नवंबर 2021, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पूर्णिमा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका
योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-कार्तिक पूर्णिमा (स्नान/दान)/भीष्म पंचक समाप्त/कार्तिक स्नान समाप्त
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-किसी पवित्र नदी में स्नान कर चांदी दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

20 नवंबर 2021, शनिवार के शुभ मुहूर्त  
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-मार्गशीर्ष
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
संवत्सर नाम-आनन्द
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-शिव
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय- प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल- प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित 
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/बुधगोचर/गुरु गोचर
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में इमरती चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

21 नवंबर 2021, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित 
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-द्विपुष्कर योग/वाहन क्रय मुहूर्त
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-बहते जल में गुड़ प्रवाहित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: [email protected]
 
ये भी पढ़ें
Bhaum Pradosh vrat: भौम प्रदोष व्रत 16 नवंबर को, जानें तिथि, कथा, महत्व और पूजन विधि