इस दिन की पूजा का उद्देश्य शांति, समृद्धि और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। इस दिन यदि कुछ खास उपाय किए जाएं, तो व्यक्ति को न सिर्फ मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य के लाभ मिलते हैं, बल्कि यह तात्कालिक और दीर्घकालिक रूप से भी लाभकारी साबित हो सकता है।
इस दिन के विशेष उपायों के जरिए आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं और आंवला के अद्भुत लाभों का पूरा उपयोग कर सकते हैं।
आंवला नवमी 2025 के 7 विशेष उपाय, देंगे अनके फायदे
1. आंवले के पेड़ की पूजा: आंवले के पेड़ की जड़ में जल और थोड़ा कच्चा दूध अर्पित करें। हल्दी और कुमकुम से तिलक करें और घी का दीपक जलाएं।
2. परिक्रमा और कलावा बांधना: पेड़ के चारों ओर लाल धागा (कलावा) 7, 9 या 11 बार बांधें और अपनी सामर्थ्य के अनुसार 7, 9 या 108 बार परिक्रमा करें।
3. मंत्र जाप: आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके 'ॐ धात्र्यै नमः' या 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें।
4. दान-पुण्य: इस दिन दान का अक्षय फल मिलता है। आंवला, पीले वस्त्र, हल्दी, गाय का घी या अनाज का दान करना शुभ माना जाता है।
5. वृक्ष के नीचे भोजन: आंवले के पेड़ के नीचे ब्राह्मणों या ज़रूरतमंदों को भोजन कराएं। फिर स्वयं भी परिवार सहित वहीं बैठकर भोजन करें। माना जाता है कि ऐसा करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है।
6. आंवले का सेवन: इस दिन आंवले का सेवन करना बहुत लाभकारी माना जाता है। मान्यता है कि इससे शरीर को आरोग्यता प्राप्त होती है।
7. भगवान विष्णु को आंवला अर्पण: इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें और उन्हें आंवला फल अर्पित करें। इससे श्री हरि विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
आंवला नवमी के उपाय से मिलने वाले फायदे:
• विष्णु और लक्ष्मी की कृपा: आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना जाता है, इसलिए पूजा से उनकी और माता लक्ष्मी की कृपा मिलती है।
• अक्षय फल की प्राप्ति: इस दिन किए गए शुभ कार्यों और दान का फल कभी खत्म नहीं होता।
• सुख-समृद्धि: घर में सुख-समृद्धि और धन-संपत्ति का वास होता है।
• आरोग्य: रोगों से मुक्ति मिलती है और शरीर स्वस्थ रहता है।
• पापों का नाश: सभी पापों का नाश होता है।
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