आज है चंद्र नवमी : चंद्रदेव के 10 शुभ मंत्र जपने से मिलता है प्रेम, प्रगति और प्रसन्नता का वरदान
आज चंद्र नवमी है और चंद्र देव भगवान शिव जी के मस्तक पर विराजमान है, चंद्रमा को भी प्रत्यक्ष भगवान माना जाता है। वे सौम्य और शीतल हैं। सोमवार के दिन शिव जी के साथ-साथ चंद्र देव का पूजन करने तथा मंत्र जाप करने का विशेष महत्व है। प्रतिवर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को श्री चंद्र नवमी (Chandra Navami 2022) के रूप में मनाया जाता है।
धार्मिक मान्यतानुसार पूर्णिमा के दिन भी चंद्र देव की आराधना करने तथा मंत्र जाप से चंद्रमा प्रसन्न होते है तथा शुभाशीष प्रदान करते है तथा प्रेम, प्रगति और प्रसन्नता का वरदान भी देते हैं। यदि किसी की कुंडली में चंद्र दोष हो तो भी उनके मंत्र (Chandra ke Mantra) जाप से उसे दूर किया जा सकता है। आइए यहां पढ़ें चंद्र देव के 10 विशेष मंत्र-mantra for moon
चंद्रदेव के मंत्र-Chandra ke Mantra
1. ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।।
2. ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।
3. ॐ भूर्भुव: स्व: अमृतांगाय विदमहे कलारूपाय धीमहि तन्नो सोमो प्रचोदयात्।
4. ॐ सों सोमाय नम:।
5. ॐ श्रां श्रीं श्रौं चन्द्रमसे नम:।
6. ॐ इमं देवा असपत्नं ग्वं सुवध्यं। महते क्षत्राय महते ज्यैश्ठाय महते जानराज्यायेन्दस्येन्द्रियाय इमममुध्य पुत्रममुध्यै पुत्रमस्यै विश वोsमी राज: सोमोsस्माकं ब्राह्माणाना ग्वं राजा।
7. दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम ।
नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ।।
8. ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्राय नम:
9. श्वेत: श्वेताम्बरधर: श्वेताश्व: श्वेतवाहन:।
गदापाणि द्विर्बाहुश्च कर्तव्यो: वरद: शशि:।।
10. ॐ श्रीं श्रौं चन्द्रमसे नम:।
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