गुरु का राशि परिवर्तन रोकेगा शादी
17 मई को वृषभ राशि में बृहस्पति का प्रवेश
जी हां, यदि आप शादी करने की सोच रहे हैं और आपकी जीवनसंगिनी की राशि कुंभ, तुला या मिथुन है तो जरा जल्दी कीजिए। क्योंकि यदि आपने देर की तो विवाह बंधन में बंधने के लिए आपको पूरा एक वर्ष तक इंतजार करना पड़ेगा। आप चाहकर भी एक वर्ष से पहले हिंदू रीति-रिवाज से शादी नहीं कर सकेंगे। इन तीन राशियों में शादी का यह अड़ंगा गुरु की चाल से लग रहा है। लिहाजा इन तीन राशियों वाली लड़कियों की शादी का मुहूर्त सिर्फ इसी वर्ष 17 मई से पहले है। मतलब ये कि यदि मई माह तक शादी नहीं हुई तो कुंडली में गुरु की चाल के कारण एक वर्ष तक शादी पर रोक लग जाएगी। हालांकि इस दरमयान मंगनी (सगाई) करने के लिए कोई रोक नहीं है। 17
मई 2012 को गुरु वृषभ राशि में प्रवेश कर रहा है। यह गुरु वृषभ राशि पर शत्रु राशि का आ रहा है। कुडंली में चौथे, आठवें व बारहवें घर में गुरु के आने के कारण सीधे तौर पर कुंभ, तुला और मिथुन राशि वाली लड़कियों की कुंडली प्रभावित हो रही है। इस कारण इन तीनों राशि वाली लड़कियों का विवाह मुहूर्त 17 मई के बाद एक वर्ष तक नहीं है। एक वर्ष के बाद जब गुरु मिथुन राशि में प्रवेश करेगा, तब इन तीनों राशि की लड़कियों के विवाह मुहूर्त निकल सकेंगे।
गुरु क्यों रहेगा एक वर्ष : - विवाह के लिए लड़का और लड़की की कुंडली मिलाकर चंद्र बल देखे जाते हैं। चंद्रमा हर दो या सवा दो दिन बाद बदल जाता है। अकेले लड़के की कुंडली में चंद्र के साथ सूर्य बल देखा जाता है। सूर्य भी हर एक माह बाद बदल जाता है, जबकि लड़की की कुंडली में चंद्र के साथ गुरु देखा जाता है। गुरु एक राशि से दूसरी राशि में जाने के लिए एक वर्ष का वक्त लगाता है।मिथुन, कुंभ और तुला राशि की लड़कियां जल्दी करें :- ज्योतिष विज्ञान के मुताबिक गुरु ज्ञान देने वाला होता है। ऐसे में यदि बिना मुहूर्त के शादी की जाती है तो इसका असर सीधे दांपत्य जीवन पर पड़ता है।गुरु उच्च राशि का हो, मित्र राशि का हो, स्वयं की राशि का हो या शुभ नवमान्य का हो तो गुरु के चौथे, आठवें व बारहवें घर में होने पर भी विवाह हो सकता है। लेकिन 17 मई को गुरु वृषभ राशि पर शत्रु राशि का आ रहा है, इसलिए मिथुन, कुंभ और तुला राशि वाली लड़कियों का विवाह मुहूर्त एक वर्ष तक नहीं बनेगा।