Last Modified: बड़वानी ,
बुधवार, 29 फ़रवरी 2012 (01:19 IST)
सेहत का ध्यान रखें विद्यार्थी
वार्षिक परीक्षा नजदीक आने से विद्यार्थी दिन-रात पढ़ाई में जुटे हैं। वहीं माता-पिता भी बच्चों का विशेष ध्यान रख रहे हैं। घर के छोटे-मोटे कामकाजों से बच्चों को मुक्ति मिली हुई है। उधर चिकित्सकों का कहना है कि विद्यार्थी सकारात्मक सोच रखकर पढ़ाई करें और अपनी सेहत का भी ध्यान रखें।
ज्ञातव्य है कि 1 मार्च से वार्षिक परीक्षाओं का दौर शुरू हो जाएगा। उनमें अगली कक्षा में जाने का उत्साह तो है ही साथ ही एक-दूसरे से अच्छे नंबर लाने की ख्वाहिश भी है। इस कारण खूब मेहनत कर रहे हैं।
गलतियाँ सुधारें
शिक्षक आरएस वर्मा ने बताया कि परीक्षा के समय तनाव मुक्त होकर अध्ययन किया जाना चाहिए। छोटी-छोटी गलतियों को सुधारकर पढ़ाई करें। प्रातः का अभ्यास दिमाग में लंबे समय तक रहता है।
उत्साहवर्धन जरूरी
अभिभावक राजाराम ठाकुर ने बताया कि माता-पिता को भी बच्चों का उत्साहवर्धन करना चाहिए। उनके साथ दोस्त जैसा व्यवहार कर उनकी परेशानियों पर ध्यान दें। छोटे-छोटे कार्य से भी दूर रखें। इससे बच्चे स्वतंत्र होकर अच्छा अभ्यास कर सकते हैं।
लगातार न पढ़ें
सेवानिवृत्त शिक्षक शंकरलाल यादव का कहना है कि बच्चों को परीक्षा की तैयारियों के दौरान कुछ समय मनोरंजन के लिए भी देना चाहिए। लगातार पढ़ाई से कभी-कभी याद किए प्रश्न भी वे भूल सकते हैं। वहीं घर में टीवी व शोरगुल जैसा माहौल नहीं होना चाहिए।
खानपान पर ध्यान दें
डॉ. श्रीराम सोलंकी ने बताया कि बच्चों को सकरात्मक सोच रखनी चाहिए। दिमाग पर कोई तनाव या बोझ नहीं आने देना चाहिए। खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
हेल्पलाइन सेवा
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हेल्पलाइन सेवा प्रारंभ की है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को परीक्षा के समय होने वाली मनोवैज्ञानिक, शैक्षणिक एवं व्यक्तिगत समस्याओं के लिए परामर्श उपलब्ध कराना है। विद्यार्थी प्रातः 6 से रात 10 बजे तक हेल्पलाइन नं. 0755-2570248 एवं 0755-2570258 तथा मोबाइल नं. 9407279003, 9407279004 पर संपर्क कर सकते हैं। -निप्र