गंजम जिले में भीषण गर्मी के चलते मारे जा रहे लगभग 500 कछुओं को बचाने के लिए ग्रामीणों ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। ग्रामीण नहर के माध्यम से कछुओं के निवास वाले उस तालाब तक पानी पहुँचा रहे हैं जो गर्मी के चलते सूख गया था।
गोलिया गाँव के इस तालाब में सालों से कछुए रह रहे हैं। ग्रामीणों ने इस बात पर गौर किया कि पानी सूखने के कारण कछुओं का जिंदा रह पाना मुश्किल हो रहा है। एक ग्रामीण अशोक नंदा के मुताबिक पानी की कमी के कारण एक कछुए की मौत हो गई और बाकी की भी हालत अच्छी नहीं थी।
वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है ग्रामीण इन कछुओं को विष्णु का अवतार मानते हैं और उनकी रक्षा कर रहे हैं। यह प्रदेश का एकमात्र ऐसा स्थान है जहाँ इतनी बड़ी मात्रा में कछुए रहते हैं।
स्थानीय नागरिकों ने इस कछुओं की दुर्दशा के मुद्दे को संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) के सामने रखा जिन्होंने सिंचाई विभाग की मदद से नहर खुदवाई।