Last Modified: भोपाल ,
बुधवार, 15 अप्रैल 2009 (10:47 IST)
सांसद व विधायक को हिरासत में लें: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस ने अपने गोहद विधायक माखन जाटव की हत्या को लेकर पूर्व भाजपा विधायक लालसिंह आर्य व निवर्तमान सांसद अशोक अर्गल को कटघरे में खड़ा कर दिया है। पार्टी ने कहा है कि इस मामले की रिपोर्ट तक नहीं लिखी जा रही है और मप्र में जानबूझकर खौफ का माहौल बनाया जा रहा है।
मंगलवार शाम पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक हरिकेश बहादुर ने कहा कि माखन जाटव को पूर्व विधायक लालसिंह आर्य काफी समय से धमकी दे रहे थे क्योंकि विधानसभा चुनाव में हार के बाद वे काफी कुंठित थे।
इन धमकियों की शिकायत जाटव ने स्थानीय पुलिस प्रशासन से भी की थी। लेकिन इस पर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया और नतीजा जघन्य हत्याकांड के रूप में सामने आ गया।
बहादुर ने कहा कि भाजपा के भिंड के प्रत्याशी अशोक अर्गल भी श्री जाटव को धमका रहे थे। कांग्रेस ने कहा कि जाटव की हत्या के बाद से इस मामले में पुलिस रिपोर्ट ही नहीं लिख रही है। वह आरोपियों को बचाने और हत्या के साक्ष्य मिटाने का मौका भी दे रही है। बहादुर ने घटना की सीबीआई अथवा न्यायिक जाँच कराने की माँग की है।
इस बीच श्री जाटव की हत्या के विरोध में मंगलवार को भिंड और दतिया जिले के बाजार मुकम्मल बंद रहे। 24 घंटे बाद भी विधायक की हत्या करने वालों का सुराग नहीं लग पाने से लोगों में बेहद गुस्सा है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की तथा पुलिस अधीक्षक को निलंबित करने की माँग की। कांग्रेस विधायक माखन जाटव की हत्या में पुलिस ने अज्ञात दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।