पोषण पाकर पौधा उमंग कर बढ़ने लगा। बड़ी-बड़ी चमकीली पत्तियों वाली शाखाएँ इठलाने लगीं। गमले का आकार और बढ़ती जड़ों के बारे में सोचकर वे फिर चिंतित हो गए। पौधे को गमले से बाहर निकाला, बढ़ती जड़ों को तराशा और 'बोनसाई' बनाकर एक उथले से गमे में लगा दिया। अब वे निश्चिंत थे।