अक्टूबर 2012 : ज्योतिष की नजर से
परिवर्तन समय के साथ-साथ चलता रहता है, यह न हो तो संसार रुक जाए। इस संसार में स्थिरता आ जाए। अक्टूबर 2012 में ग्रहों के परिभ्रमण एवं राशि परिवर्तन का संसार पर क्या असर पड़ेगा जानिए :- अक्टूबर 2012 में पांच मंगलवार आ रहे हैं, इसके प्रभाव से कहीं रक्तपात होगा तथा कहीं छत्रभंग होने का भय रहेगा। सूर्य के तुला राशि में परिभ्रमण करने से उत्तर के देशों में शुभ फल देगा। पश्चिम के देशों में युद्ध आदि की संभावना से भय का वातावरण रहेगा, दक्षिण एवं पूर्व के देशों में पीड़ा एवं अशांति रहेगी। मंगल के वृश्चिक राशि में परिभ्रमण करने से सभी द्रव्य महंगे होंगे तथा शासकों में क्रोध की अधिकता होगी। शासक एवं जनता में टकराव होगा। बुध के तुला राशि में परिभ्रमण करने से क्लेश, कलह, अशांति का वातावरण बनेगा। शुक्र का सिंह राशि में परिभ्रमण करने से सोने के भाव में फर्क आएगा, शनि का प्रभाव सामान्य रहेगा। 17
अक्टूबर को सूर्य अपनी राशि परिवर्तन कर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा, जिसके प्रभाव से पश्चिम के देशों में सुख होगा। उत्तर एवं पूर्व के देशों में कष्ट तथा बालकों को पीड़ा रहेगी। दक्षिण के देशों में युद्ध का भय रहेगा। 24
अक्टूबर को बुध अपनी राशि परिवर्तन कर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। 'बुधो वृश्चिक राशिस्थो सुभिक्षम तत्र धान्यानां लोकानां च शुभम भवेत्' । -
अर्थात बुध का वृश्चिक राशि में परिभ्रमण करने से धान्य का सुभिक्ष होगा एवं लोग सुखी होंगे एवं शांति होगी। घी, तेल के भाव में परिवर्तन आएगा। 23
अक्टूबर को शुक्र भी अपनी राशि परिवर्तन कर कन्या राशि में प्रवेश करेगा। शुक्र का कन्या राशि में परिभ्रमण करने से सभी धान्यों के भाव में परिवर्तन होगा। इस माह की कुंडली को मौसम की दृष्टि से देखे तो सूर्य के आगे बुध के होने से तेज वायु के साथ आंधी-तूफान की संभावना है। कुछ स्थानों में बादल के साथ छुटपुट बूंदाबांदी होगी। जम्मू-कश्मीर, हिमाचलप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, असम, गुजरात, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड में कुछ स्थानों में हल्की बूंदाबांदी होगी। ऋतु परिवर्तन का अहसास होने लगेगा।