कांग्रेस महासचिव राहुल गाँधी ने फूलपुर रैली के दौरान बाराबांकी में एक आमसभा में कहा कि जब भी वे दिल्ली में कार का काँच नीचा करके भिखारियों से पूछते हैं कहाँ के हो, तो वे यूपी बताते हैं। जब राहुल राजनीति में आए थे तो देश ने उनसे एक उम्मीद बाँध ली थी। उनके इरादों से लगता था कि वे देश को सही दिशा में ले जा सकते हैं, लेकिन अब वे सही काम करने की बजाय बयानबाजी की राजनीति पर उतर आए हैं। राहुल अब भी अपने कुछ दिन पहले भीख माँगने के बयान पर अड़े हुए हैं। यह बयानबाजी राहुल के साथ पार्टी को बेकगियर में जाने पर मजबूर कर सकती है।