शुक्रवार, 21 नवंबर 2025
  1. धर्म-संसार
  2. »
  3. व्रत-त्योहार
  4. »
  5. आरती/चालीसा
  6. ॥ गोपाल स्तुति ॥
Written By WD

॥ गोपाल स्तुति ॥

गोपाल स्तुति

नमो विश्वस्वरूपाय विश्वस्थित्यन्तहेतवे।

विश्वेश्वराय विश्वाय गोविन्दाय नमो नमः॥1॥

नमो विज्ञानरूपाय परमानन्दरूपिणे।

कृष्णाय गोपीनाथाय गोविन्दाय नमो नमः॥2॥

नमः कमलनेत्राय नमः कमलमालिने।

नमः कमलनाभाय कमलापतये नमः॥3॥

बर्हापीडाभिरामाय रामायाकुण्ठमेधसे।

रमामानसहंसाय गोविन्दाय नमो नमः॥4॥

कंसवशविनाशाय केशिचाणूरघातिने।

कालिन्दीकूललीलाय लोलकुण्डलधारिणे॥5॥

वृषभध्वज-वन्द्याय पार्थसारथये नमः।

वेणुवादनशीलाय गोपालायाहिमर्दिने॥6॥

बल्लवीवदनाम्भोजमालिने नृत्यशालिने।

नमः प्रणतपालाय श्रीकृष्णाय नमो नमः॥7॥

नमः पापप्रणाशाय गोवर्धनधराय च।

पूतनाजीवितान्ताय तृणावर्तासुहारिणे॥8॥

निष्कलाय विमोहाय शुद्धायाशुद्धवैरिणे।

अद्वितीयाय महते श्रीकृष्णाय नमो नमः॥9॥

प्रसीद परमानन्द प्रसीद परमेश्वर।

आधि-व्याधि-भुजंगेन दष्ट मामुद्धर प्रभो॥10॥

श्रीकृष्ण रुक्मिणीकान्त गोपीजनमनोहर।

संसारसागरे मग्नं मामुद्धर जगद्गुरो॥11॥

केशव क्लेशहरण नारायण जनार्दन।

गोविन्द परमानन्द मां समुद्धर माधव॥12॥

॥ इत्याथर्वणे गोपालतापिन्युपनिषदन्तर्गता गोपालस्तुति समाप्त ॥

ये भी पढ़ें
जानिए, क्या है ब्रह्मास्त्र और इसकी मारक क्षमता