Last Modified: खरगोन ,
शनिवार, 24 मार्च 2012 (00:58 IST)
चहुँओर उल्लास
चैत्र मास, शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के साथ नवसंवत्सर 2069 की सबने मंगलमय अगवानी की। घर-घर पारंपरिक रूप से शुभ दिन का उत्सव मनाया गया। प्रातः पूजा-अर्चना के साथ नीम-मिश्री का सेवन किया। वासंतिक नवरात्रि के साथ देवी की आराधना का क्रम प्रारंभ हुआ। पूरनपोली, श्रीखंड के साथ स्वादिष्ट व्यंजन बने। विभिन्ना संगठनों ने मुख्य स्थानों पर तिलक लगाकर लोगों का अभिनंदन किया। साथ ही गुड़-धनिया बाँटा। मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठानों से विशेष उत्साह था। शुभ मुहूर्त में कई लोगों ने खरीदारी की। नववर्ष के स्वागत में गीत-संगीत के आयोजन भी हुए।़
शहर के प्रमुख मार्गों पर विहिप, बजरंग दल, शिवसेना, भाजपा महिला मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ सरस्वती विद्या मंदिर के विद्यार्थियों व शिक्षकों ने राहगीरों को तिलक किया। पतंजलि योग समिति ने काली मिर्च, सेंधा नमक, नीम पत्ती का चूर्ण व गुड़ बाँटा। शिवसेना ने बिस्टान नाका का भारत माता चौक नामकरण किया। साथ ही भारत माता की आरती कर शहीद भगतसिंह, राजगुरु व सुखदेव को श्रद्धांजलि दी गई।
कई परिवारों ने घर के मुख्य द्वार पर गुड़ी बाँधी तथा पूजन किया। महाराष्ट्रीयन समाज के दिलीप चापोरकर ने बताया कि खुशहाली की कामना को गुड़ी का पूजन किया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापारी श्याम महाजन व तेल व्यवसायी प्रदीप महाजन ने बताया कि प्रतिष्ठान की देहली पूजन पश्चात बही पूजन किया। दाता हनुमान मंदिर परिसर में आकर्षक रंगोली सजाई गई। पुजारी गोपाल जोशी ने बताया कि पूजा के बाद पताका बदली गई। नवरात्रि होने से गायत्री शक्तिपीठ व वृक्षतीर्थ मेहरजा में सामूहिक यज्ञ की शुरुआत हुई। गायत्री शक्तिपीठ व वृक्षतीर्थ मेहरजा में सामूहिक यज्ञ की शुरुआत हुई। कई श्रद्धालुओं ने आहुतियाँ समर्पित की। न्यायाधीश राकेश श्रोत्रिय व उषा श्रोत्रिय ने भी सहभागिता की। बाँकी माता मंदिर में रामरक्षास्तोत्र का 11 बार सामूहिक पाठ किया गया। माता का चोला बदलने के साथ ही श्रृंगार व आरती की गई। बाघेश्वरी माता मंदिर में भी चंडी अनुष्ठान की शुरुआत हुई। संस्कृत विद्यालय में विप्रजनों ने नवसंवत्सर का वाचन किया।