Last Modified: खरगोन ,
गुरुवार, 22 मार्च 2012 (00:40 IST)
राम के जयघोष से गूँजी गलियाँ
बुधवार को ग्राम नांद्रा में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य अनुष्ठान के साथ शुभारंभ हुआ। महेश्वर के राजराजेश्वर मंदिर से लाई गई अखंड ज्योति मंदिर में स्थापित की गई। लगभग 20 किमी लंबी इस अखंड ज्योति रथयात्रा के दौरान मंडलेश्वर समेत कई स्थानों पर जोरदार स्वागत हुआ। प्रभु श्रीराम के गगनभेदी जयघोष से वातावरण धर्ममय हो गया।
महेश्वर के राजराजेश्वर मंदिर में सुबह से ही ग्रामीण अंचल से श्रद्घालुओं का आना प्रारंभ हो गया था। आरती पूजन के बाद मंदिर के सूर्यकांत एवं चेतनगिरि महंत ने आयोजन समिति से जुड़े लोगों को अखंड ज्योति सौंपी। महंतद्वय ने मंदिर समिति के भगवान रामाजी को शॉल-श्रीफल भेंट की। तत्पश्चात यात्रा की शुरूआत हुई। ढोल, बैंड व डीजे से सजी इस यात्रा में राम दरबार की आकर्षक झाँकी सजाई थी। रामजी की निकली सवारी, मेरे राम-मेरे राम जैसे भक्ति गीतों के साथ सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए।
जय स्तंभ चौराहे पर मंडल भाजपा ने स्वागत किया। मंच पर भाजपा नेता राजकुमार मेव, महेश पाटीदार, मंडल अध्यक्ष भूरेसिंह पटेल, महामंत्री मनोज पाटीदार, पूर्व नपं अध्यक्ष बक्सीराम यादव, प्रेमचंद गुप्ता, शैलेन्द्र जैन आदि ने पुष्पवर्षा की। मंडलेश्वर रोड पर महेश्वर कॉटेज में कांग्रेस की ओर से जलपान व्यवस्था की गई। इसमें जिला सचिव अर्जुन ठाकुर, ज्ञानचंद पाटीदार, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गजराज पटेल, नारायण पाटीदार, नगर कांग्रेस अध्यक्ष अशोक कर्मा, बालमकुंद पाटीदार, प्रकाश यादव आदि मौजूद थे। इसी प्रकार मोटी माता मंदिर के समीप सुनील खांडे मित्र मंडल के युवाओं ने भी स्वागत किया। गौशाला पर भाजपाजनों ने जलपान कराया। यहाँ भूपेन्द्र जैन, विक्रम पटेल, डॉ. देवेन्द्र पाटीदार आदि मौजूद थे।
रथयात्रा का मंडलेश्वर में भी भावभीना स्वागत हुआ। पूर्व विधायक भूपेन्द्र आर्य, उमिया कन्या शिक्षण संस्थान, सांदीपनि अकादमी की ओर से अगवानी की गई। श्रीनगर में अजा आयोग सदस्य जगदीश रोकड़े, राजकुमार मेव सहित कई लोगों ने जलपान कराया।
प्राण-प्रतिष्ठा रामनवमी पर
नांद्रा स्थित मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा श्रीरामनवमी 1 अप्रैल को होगी। महोत्सव के दौरान 23 से 31 मार्च तक दोपहर 12 से 4 बजे तक रामलीला मैदान पर दिल्ली के पं. दिनेशदत्त शर्मा नित्य रामकथा का श्रवण कराएँगे। इसी प्रकार श्रीराम मंदिर में 28 मार्च से 1 अप्रैल तक प्रतिदिन प्रातः 8 से 11 बजे तक पंचकुंडीय महायज्ञ होगा। इसी क्रम में 1 अप्रैल को भंडारा रखा है।