Last Modified: खरगोन ,
बुधवार, 29 फ़रवरी 2012 (01:11 IST)
'ऐ मौत तूने मुझे जमींदार बना दिया
'दो गज सही मगर ये मेरी मिल्कियत तो है, ऐ मौत तूने मुझको जमींदार कर दिया...', 'तजल्लियों का नया दायरा बनाने में, मेरे चिराग लगे हैं हवा बनाने में, मेरी निगाह में वो शख्स आदमी भी नहीं, जिसे लगा है जमाना खुदा बनाने में'। ऐसे उम्दा शेर जैसे ही ख्यात शायर राहत इंदौरी ने पढ़े वैसे ही मुशायरा परवान चढ़ गया। रविवार की रात प्रदेश अल्पसंख्यक युवा विकास कमेटी द्वारा आयोजित ऑल इंडिया मुशायरे ने देर रात तक सामईन को अपनी आगोश में ले रखा। यहाँ नामी-गिरामी शायरों ने अपनी-अपनी शायरी व गजलें पेश की।
मुशायरे का आगाज खालिद नय्यर ने नाते पाक से किया। मुशायरे की निामत असर सिद्दीकी ने की। मुशायरे की शान रहे राहत इंदौरी ने रात 3 बजे से शायरी का आगाज कर 4.15 बजे तक अपने अंजाम तक पहुॅंचाया। मुशायरे में राहत इंदौरी ने अपने बेहतरीन शेरों से माहौल खुशनुमा बना दिया। तिलक पथ पर आयोजित मुशायरे में कमर साकी ने 'चलो अब हम भी सियासत के लिए मन बनाते है, यही वो कारखाना है जहाँ धन बनाते हैं' पेश किया। इसी प्रकार अपंगता को पीछे छोड़ते हुए हुए इब्राहिम सागर ने 'माना की दोस्तों मैं बहुत अपंग हूँ, सलमान खान जैसा लेकिन मैं दबंग हूँ' और 'बहुत पैसा कमाना चाहता हूँ, कोई चक्कर चलाना चाहता हूँ, बुलंदी पर पहुँचकर मैं किसी दिन, वहाँ से कूद जाना चाहता हूँ' जैसे शेरों से सामईनों को गुदगुदाया।
मुशायरे में गलकार शउर अख्तर ग्वालियरी ने 'अब उस मकाम पर मेरा चिराग जलता है जहॉं पहुँचकर हवाओं का दम निकलता है' गल पेश की। दिल्ली की शायरा अंजुम देहलवी ने 'शराफतों की हदों से गुजर नहीं सकती, निगाहे एहदे करम से उतर नहीं सकती, हैं मेरी मॉं की दुआएँ साथ में अंजुम, मैं टूट सकती हूँ मगर बिखर नहीं सकती' जैसे कलाम पेश किए। मुशायरे में जया जख्मी, इमरान असद, जावेद इशाअती, जहीर अंसारी, कयामुद्दीन कयाम, साजिद परवाज, शफकत अली सिफर, हबीब सुरूर व शकील अहमद शकील ने अपने कलाम पेश किए।
कार्यक्रम के दौरान राहत इंदौरी ने बताया कि वे करीब 20 वर्ष पहले पहली बार खरगोन आए थे। उन्होंने कहा- अगर सही मायनों में शायरी सुननी है तो फरमाईश करने की बजाए नए शेरों को सुनें। मुशायरे में मुख्य अतिथि सचिन यादव, विशेष अतिथि पूर्व विधायक परसराम डंडीर व नीमा गौर थे। मुशायरे के आयोजक प्रदेश अल्पसंख्यक युवा विकास कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष रियाजुद्दीन शेख ने सभी का स्वागत किया। इस दौरान शहर के डॉ. दिलवर साहब व गबू दादा को सम्मानित किया गया। मुशायरे में हमीद खान, इकरामुद्दीन ठेकेदार सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे। -निप्र