Last Modified: खंडवा ,
सोमवार, 26 दिसंबर 2011 (00:34 IST)
जावर में डकैती, 37 हजार का माल लूटा
ग्राम जावर शनिवार रात 2 बजे डकैतों ने वृद्ध दंपति को बंधक बनाकर करीब 37 हजार का माल ले उड़े। इस वर्ष जिले में डकैती की यह पहली घटना है। गृहमंत्री के जिले पर दौरे के दौरान इस वारदात से पुलिस महकमे में हड़कंप है।
जावर थाने से कुछ दूरी पर रहने वाले अरुण देशपांडे के मकान का पिछला दरवाजा तोड़कर डकैत भीतर घुसे। उन्होंने अरुण देशपांडे (73) और उनकी पत्नी सुनंदा देशपांडे (66) को रस्सी से बाँध दिया। बदमाशों ने दोनों को हल्ला मचाने पर जान से मारने की धमकी दी। एक साथ 10-12 बदमाशों को देख घबराए दंपति ने मारपीट नहीं करने का अनुरोध करते हुए उन्हें तिजोरी की चाबियाँ सौंप दी। बदमाशों ने सोने का मंगलसूत्र, चाँदी की पायजेब एवं नकदी राशि सहित कुल 37 हजार रुपए का माल और मोबाइल ले उड़े।
डकैतों के जाते ही अरुण देशपांडे ने जावर पुलिस को घटना की सूचना दी। खंडवा से भी रात में ही पुलिस अधिकारी और फोर्स को जावर रवाना किया गया। बदमाशों की खोजबीन की गई लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। जावर पुलिस, कोतवाली थाने की टीम एवं डीएसपी केएस भूरिया ने आसपास के गाँवों में भी लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी।
जावर थाना प्रभारी आरजे धुर्वे ने बताया कि डकैतों के जाने के 5 मिनट बाद ही घटना की सूचना मिलने से पुलिस हरकत में आ गई। उन्होंने इस घटना के पीछे बाहरी गैंग का हाथ होने की आशंका जताई है। रेलवे स्टेशन के नजदीक घर होने से बदमाश संभवतः रात में पैसेंजर ट्रेन से आकर वारदात करने को आधार बनाकर भी पुलिस खोजबीन में जुटी है। अरुण देशपांडे पिता विष्णु देशपांडे की शिकायत पर अज्ञात 10-12 बदमाशों के विरुद्घ प्रकरण दर्ज किया गया है।
डकैती की घटना को अंजाम देने वाले सभी बदमाश 25 से 30 वर्ष आयु वर्ग के थे। इनमें से एक ने वृद्घ दंपति से मराठी में भी बात की।
पुलिस के सामने चुनौती
जावर में डकैती की घटना कई मायनों में पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रही है। प्रदेश के गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता की जिले में मौजूदगी के दौरान डकैतों की इस हरकत ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। वही वर्ष के अंत में पुलिस के खाते में डकैती जैसा गंभीर अपराध बढ़ने से भी पुलिस की चिंता बढ़ गई है। जानकारों के मुताबिक वर्ष 2011 में जिले में डकैती की यह पहली घटना है।