घर में रहने से हाथ पैर अकड़ जाते हैं। पहले भागदौड़ की लाइफ थी तो समय नहीं मिलता था अब घर से ही ऑफिस वर्क कर रहे हैं तो भी समय कम ही है। ऐसे में ऑफिस कार्य करते हुए बीच बीच में खुद को सेहतमंद और चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए रिफ्रेश योगा का सहरा लें।
1.अंग संचालन : इसे सूक्ष्म व्यायाम भी कहते हैं। अंग सचालन खड़े रहकर, बैठक और लेटक किए जाते हैं। इसके लिए आपके अपने हाथों की कलाइयों को, एड़ियों को, कमर को, आंखों की पुतलियों को, गर्दन को और कंधों को क्लाकवाइज एवं एंटी-क्लाकवाइज 4 से 5 बार घुमाते हैं।
आंखों को, जीभ को, हाथ-पैर की कलाइयों और पंजों को, कमर को, गर्दन को दाएं-बाएं और ऊपर-नीचे करते हुए गोल-गोल घुमाएं। हाथों की मुट्ठी को खोलें और बंद करें। इसी तरह पैरों की अंगुलियों की योगा एक्सरसाइज करें। दोनों कंधों को एक साथ कमर पर हाथेलियां रखते हुए क्लाकवाइज और एंटीक्लाकवाइज घुमाएं।
2.अंगड़ाई लेना : कानों को मरोड़ें, पूरा मुंह खोलकर बंद करें। अंगड़ाई आए तो उसको अच्छे से मजा लेते हुए करें। बिल्ली या कुत्ते की तरह अंगड़ाई लेना भी एक प्रकार का योग है जिससे मांसपेशियों में खिंचाव होता है और वे फिर से तरोताजा हो जाती है।
3. हाथ पैरों की एक्सरसाइज : दाएं से बायां और बाएं हाथ से दायां कंधा पकड़कर उसे दबाएं। फिर दोनों हाथों से एक दूसरे हाथ की कलाई पकड़कर ऊपर उठाते हुए सिर के पीछे ले जाएं। श्वास अन्दर भरते हुए दाएं हाथ से बाएं हाथ को दाहिनी ओर सिर के पीछे से खीचें। गर्दन व सिर स्थिर रहे। फिर श्वास छोड़ते हुए हाथों को ऊपर ले जाएं। इसी प्रकार दूसरी ओर से इस क्रिया को करें।
4. 5 मिनट का ध्यान करें : समय हो तो मात्र 5 मिनट का ध्यान करें। इसे आप खुद को तरोताजा महसूस करेंगे। मानसिक द्वंद्व, चिंता, दुख: या दिमागी बहस शांत हो जाएगी और तनाव दूर होगा। तनावग्रस्त्र या ज्यादा सोचग्रस्त्र रहें तो ध्यान करते वक्त पेट और फेफड़ों की हवा पूरी तरह से बाहर निकाल दें और नए सिरे से ताजी हवा भरें। ऐसा पांच से छह बार करें।
5. झपकी ध्यान : जहां भी जैसी भी स्थिति में बैठे या खड़े हैं तो स्वयं को स्थिर करते हुए पूरी तरह से आंखें बंद करके सिर्फ एक मिनट का झपकी ध्यान करें। जब भी लगे की नींद सता रही है तो झपकी मार ही लें। इसमें सांसों के आवागमन को तल्लीनता से महसूस करें। गहरी-गहरी सांस लें। आठ घंटे की नींद से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है एक मिनट का यह झपकी ध्यान, जो मस्तिष्क की सक्रियता बढ़ाता है और व्यक्ति को हमेशा तरोताजा रखता है। इससे मानसिक तनाव घटता है तथा आँखों को आराम मिलता है। इससे श्वास संतुलित बनती है और हृदय तथा फेंफड़ों में पुन: जाग्रति आती है।
लाभ : यह एक्सरसाइज पूरे हाथ-पैर, सर्वाइकल स्पोंडोलाइटिस, फ्रोजन सोल्डर, जोड़ों का दर्द, साइटिका, नेत्र रोग, तनाव, सिरदर्द, गर्दन का दर्द, कमर दर्द, पीठ दर्द, पेट के रोग, कमजोर बोन, कमजोरी, रक्त अशुद्धता, आलस्य, कब्ज आदि रोगों में लाभदायक है।
क्या है रिफ्रेश योगा : रिफ्रेश योगा 'अंग संचालन और प्राणायाम' का हिस्सा मात्र है, लेकिन आप इसे करेंगे तो धीरे-धीरे मानसिक शांति और अच्छे स्वास्थ्य का अनुभव करेंगे। आप इस रिफ्रेश योगा को ऑफिस में, घर पर या बस-ट्रेन-प्लेन के सफर में भी कर सकते हैं। यह तरोताजा होने की कारगर विधि है। दरअसल यह योग की उन छोटी-छोटी बातों का संक्षिप्त कलेक्शन है, जिसे हम जाने-अनजाने करते रहते हैं, बस जरूरत है तो उसे सही तरीके से करने की।