शक्ति मुद्रा हम जाने अंजाने करते रहते हैं, लेकिन इसे जानकर तरीके से करेंगे तो लाभ मिलेगा। इससे शरीर की कमजोरी हटाई जा सकती है। खिलाड़ियों के लिए शक्तिमुद्रा बहुत ही लाभ करती है।
शक्ति मुद्रा की विधि : किसी भी आसन में बैठकर अपने दोनों हाथों को पूरी तरह भींच लेने से या मुटि्ठयां बनाने से शक्ति मुद्रा बन जाती है। शक्ति मुद्रा को करने के और भी तरीके हैं जैसे दोनों हाथों की तर्जनी और मध्यमा से अंगूठे को दबा लें और बाकी बची अंगुली को दूसरे हाथों की अंगुली के पोरों से परस्पर मिला दें। इस मुद्रा को शिव शक्ति मुद्रा कहते हैं।
समयावधि : 2 से 3 मिनिट करें।
लाभ और प्रभाव- यदि व्यक्ति का शरीर कमजोर होता है वो इस मुद्रा के निरंतर अभ्यास से अपने शरीर में एक नई ताकत फूंक सकता है। इस मुद्रा को करने से शरीर का कांपना भी हमेशा के लिए समाप्त हो जाता है और चेहरे की कांति बढ़ जाती है।