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Last Updated : सोमवार, 27 दिसंबर 2021 (16:55 IST)

धर्म 2021 : टॉप 10 घटनाक्रम, हिन्दू धर्म बनाम हिन्दुत्व

धर्म 2021 : टॉप 10 घटनाक्रम, हिन्दू धर्म बनाम हिन्दुत्व - Important religious Flesh Back 2021
Hindu Dhram
Flesh Back 2021 : वर्ष 2021 में धर्म क्षेत्र में बहुत कुछ उथल-पुथल देखने को मिली। धार्मिक विवाद के साथ ही धार्मिक विकास भी देखने को मिला। आओ जानते हैं 10 मुख्य घटनाक्रम।
1. मंदिर : पूरे वर्ष अयोध्या में मंदिर निर्माण के चंदे को लेकर विवाद रहा। इसी बीच सोमनाथ, केदारनाथ, काशी विश्‍वनाथ, बोधगया, करतारपुर कॉरिडोर और चारधाम तीर्थ एवं यात्रा मार्ग के विकास की गंगा भी बही। इसी के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश में मंदिर में तोड़फोड़ की घटना ने भी सभी को दु:खी किया।
2. निधन : 22 जनवरी को भजन गायक नरेन्द्र चंचल का निधन, 11 मार्च को ब्रह्माकुमारी संस्थान की प्रमुख दादी हृदयमोहिनी का निधन और 15 अप्रैल को हरिद्वार कुंभ में महामंडलेश्वर कपिल देव का कोरोना से निधन का समाचार भी सुनने को मिला। लेकिन 20 सितंबर 2021 को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि महाराज की फांसी की खबर ने सभी को चौंका दिया।

3. कट्टरपंथ : वर्ष 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी सहित दुनिया के कई इस्लामिक देशों में कट्टरपंथ के चलते अल्पसंख्‍यकों पर अत्याचार बढ़ा है, वहीं भारत में ही कट्टरपंथ के चलते कई लोगों की जान चली गई। खासकर जम्मू-कश्मीर में हिन्दू और सिखों की हत्या चर्चा में रही। 2021 में 203 आतंकी घटनाएं हुईं। दूसरी ओर गणतंत्र दिवस पर और किसान आंदोलन में हुई हिंसा को लेकर इस वर्ष निहंग सिख भी चर्चा में रहे। 


4. इस्लाम छोड़ा : इस वर्ष कई बड़ी हस्तियों के साथ ही हजारों लोगों ने इस्लाम को छोड़ा। हाल ही में भारत में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने और केरल निवासी मलयाली फिल्म निर्देशक अली अकबर ने ​इस्लाम धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म अपना लिया। इस्लाम छोड़ने वाले भारतीय ही नहीं, कई ईरानी, सऊदी, ब्रिटेनी, अमेरिकन और पाकिस्तानी भी हैं। इंडोनेशिया के पूर्व राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी सुकमावती सुकर्णोपुत्री ने भी इस्लाम छोड़कर हिन्दू धर्म अपना लिया।
5. धार्मिक पर्यटन : इस वर्ष 2021 कोरोना की दूसरी लहर के चलते कई बड़े मंदिरों और तीर्थस्थानों पर श्रद्धालुओं के आने-जाने पर रोक रही जिसके चलते धार्मिक पर्यटन को बहुत नुकसान पहुंचा। हालांकि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने बहुत कुछ किया, जैसे चारधाम सड़क निर्माण योजना, करतारपुर कॉरिडोर, राम वनगमन तीर्थ योजना, बौद्ध सर्किट, काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर, सोमनाथ और केदारनाथ की विकास परियोजना आदि। इसके साथ ही धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन ने भी श्री रामायण यात्रा टूर शुरू किए।
6. नास्तिकता और विज्ञान की ओर झुकाव बढ़ा : वर्ष 2020 के साथ ही 2021 भी पूरी दुनिया के लिए संकटों से भरा रहा है। संकट के इस दौर में कई लोगों के मन में धर्म और ज्योतिष के प्रति अनास्था हो गई। दुनियाभर में हिन्दू, मुस्लिम और ईसाइयों का ईश्‍वर के प्रति विश्‍वास डगमगा गया। पाकिस्तान के कई यूट्यूबर अपने नास्तिक होने की घोषणा गर्व के साथ करते हैं और विज्ञान को वे सही मानते हैं। उनकी दृष्‍टि में धर्म और ज्योतिष एक छलावा साबित हुआ।
 
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7. धर्मांतरण : वर्ष 2021 में भारत के कुछ राज्यों में धर्मांतरण कानून को लेकर विवाद रहा। इस वर्ष यूपी के आईएएस इफ्तिखारुद्दीन का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने यह कबूल किया कि हमने 8 जिलों में बड़ी संख्‍या में धर्मांतरण करवाया। धर्मांतरण कानून को लेकर ईसाइयों में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि उन पर चंगाई सभा की आड़ में धर्मांतरण करने के आरोप लगते रहे हैं। विश्व हिन्दू परिषद ने आरोप लगाया कि जब कोराना से जंगल लड़ रहा था, देश तब मुल्ला-मौलवी और ईसाई मिशनरी धर्मांतरण में लगे हुए थे।
8. हरिद्वार महाकुंभ : कोरोनाकाल के बीच हरिद्वार में महाकुंभ का नियमों के तहत आयोजन किया गया, परंतु कुंभ को लंबा चलाने के बजाय कड़े नियमों के साथ इस बार साढ़े 3 महीने के बजाय केवल 48 दिन में ही इसका समापन कर दिया गया।
9. चुनावों में ध्रुवीकरण : वर्ष 2021 में कई उपचुनाव हुए, जहां पर भारतीय जनता पार्टी की लड़ाई समूचे विपक्ष से रही। लेकिन बंगाल और असम का चुनाव सबसे अहम रहा। सभी चुनावों में हिन्दू-मुस्लिम, धर्मांतरण, आतंकवाद, कट्टरपंथ और सांप्रदायिकता का मुद्दा बना रहा। राष्ट्रवाद बनाम धर्मनिरपेक्षता के नाम पर तथा जाति और धर्म का ध्रुवीकरण किया गया।
10. हिन्दू धर्म बनाम हिन्दुत्व : राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व में अंतर है। दूसरी तरफ सलमान खुर्शीद की पुस्तक में हिन्दुत्व को लेकर की गई टिप्पणी पर विवाद उत्पन्न हो गया था। इन सभी को लेकर एक ओर जहां लोगों ने हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व के सही अर्थ को बताकर राहुल गांधी का मजाक उड़ाया वहीं सलमान खुर्शिद की किताब का बहिष्कार भी किया गया।
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धर्म संसद में विवाद : देश के अलग-अलग राज्यों में हिंदू 'धर्म संसद' का आयोजन किया जा रहा है। वर्ष के अंत में छत्तीसगढ़ में आयोजित धर्म संसद में कालीचरण महाराज द्वारा महात्मा गांधी का अपमान किए जाने और नाथूराम गोडसे की तारीफ किए जाने को लेकर बवाल मचा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि  कानून के अनुसार होगी कार्रवाई। इससे पहले हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देकर कालीचरण ने सुर्खिंयां बटोरी थी।