पुरुषों ने सोलर कुकिंग कर महिलाओं को सोलर लंच खिलाकर मनाया अनोखा महिला दिवस
साबूदाना खिचड़ी से लेकर हलवे तक पुरुषों ने महिलाओं के बनाए स्वादिष्ट व्यंजन
जिम्मी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट, सनावादिया में महिला दिवस एक अनोखे रूप में मनाया गया। इस साल, पुरुषों ने सोलर कुकिंग सीखी और महिलाओं के लिए लंच बनाया। कार्यक्रम में 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें डॉ. जनक पलटा मगिलिगन, श्री समीर शर्मा, वरुण रहेजा, जयश्री और कीर्ति सिक्का, ज्योति और राजेंद्र ओचानी, राजेंद्र सिंह, हरनाम सिंह, नंदा और राजेंद्र चौहान, नीलेश चौहान, गौरव जलीली, सुयश साबू, कुलदीप, आशीष ममता और महेंद्र धाकड़, पूजा और रोहित अग्रवाल, भारती बत्रा, भरत जाट, नित्या, विनीता कोठारी, डॉ. शेफाली आदि शामिल थे।
पुरुषों ने मेथी और धनिया सुधारना सीखा, सब्जियां काटीं और महिलाओं ने उन्हें स्वस्थ भोजन के गुण सिखाए। समीर शर्मा ने कहा कि उन्होंने सोलर कुकिंग सीखी ताकि सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण विकास में उनका योगदान हो।
डॉ. जनक ने बहाई लेखों का हवाला देते हुए कहा कि "दुनिया के मानवता रूपी पक्षी के दो पंख हैं- महिला और पुरुष। जब तक कि दोनों पंख समान रूप से विकसित नहीं हो जाते, तब तक पक्षी नहीं उड़ सकता है।"
श्री राजेंद्र ओचानी ने कहा कि सोलर कुकिंग से खाना बनाकर हम अपनी पत्नी को खुशी दे सकते हैं। रोहित अग्रवाल और कुलदीप ने साबूदाना खिचड़ी, श्री कीर्ति सिक्का जी ने आलू की सब्जी, वरुण रहेजा ने फ़्राइड हज़ार और सेड मावे से हलवा, राजेंद्र सिंह जी ने मटर की सब्जी, समीर शर्मा और ऋषि शर्मा ने पुलाव, निलेश ने दलिया, राजेंद्र चौहान ने मीठा भात बनाया। छोटे बच्चे जीवांश ने सभी को मदद की और खाना परोसा।
यह एक बेहतरीन इवेंट था जिसने सच्चे अर्थों में महिला दिवस पर महिलाओं को आराम और आनंद का मौक़ा मिला।