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Written By Naidunia
Last Modified: बुरहानपुर , मंगलवार, 17 जनवरी 2012 (22:57 IST)

मंगलवार को लगा नसबंदी शिविर असफल

मंगलवार को लगा नसबंदी शिविर असफल -
परिवार कल्याण कार्यक्रम में प्रदेश स्तर पर बुरहानपुर जिला प्रथम स्थान से खिसककर तीसरे स्थान पर पहुँच गया है। नसबंदी के लिए आयोजित हो रहे शिविरों में बड़ी मेहनत के बाद भी लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है। मंगलवार को गणपति नाका स्थित सईदा चिकित्सालय में लगा प्रतिष्ठा नसबंदी शिविर असफल हो गया।


जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर के लिए 500 का नसबंदी करने का लक्ष्य तय किया था। दिनभर चले शिविर में 20 प्रतिशत भी लक्ष्य पूरा नहीं कर पाए। शिविर में 91 लोगों की नसबंदी हुई। इनमें 87 महिलाओं व 4 पुरुषों की नसबंदी हुई। शिविर को लेकर गत कई दिनों से जिला प्रशासन-स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयारियाँ की जा रही थी। मंगलवार को लगे प्रतिष्ठा नसबंदी शिविर में दिनभर में बड़ी मुशकिल से 100 हितग्राहियों का पंजीयन हुआ। जाँच के बाद 9 हितग्राहियों में से कुछ महिलाओं के गर्भवती होने के कारण पंजीयन निरस्त किए गए। प्ररेक राशि व लक्ष्य पूरा करने की होड़ में गर्भवती महिलाओं को नसबंदी के लिए नसबंदी शिविर में लाया जा रहा है।


उपहार योजना भी बेअसर

मंगलवार को नसबंदी कराने वालों का सिलसिला दोपहर बाद से ही थम गया। नसबंदी कराने वाले स्त्री-पुरुषों को प्रोत्साहन राशि व उपहार देने की योजना संचालित है। हितग्राहियों के साथ आने वाले परिजनों की सुविधाओं के लिए जिला प्रशासन द्वारा भोजन की व्यवस्था की गई। इसके बावजूद लक्ष्यपूर्ति में पसीना आ रहा है। शिविर में नसबंदी डॉ.ललित मोहंत पंत द्वारा की गई।


कलेक्टर रेनु पंत के कार्यकाल में जिला नसबंदी में प्रदेश में प्रथम स्थान दर्ज करा चुका है। लेकिन उनके स्थांतरण होते ही परिवार कल्याण कार्यक्रम ठंडे बस्ते में चला गया है। जिला प्रशासन व जिला स्वास्थ्य विभाग लक्ष्य पूरा नहीं कर पाने के कारण जिला प्रथम स्थान से तीसरे स्थान पर आ गया। प्रदेश में प्रथम स्थान डिडोरी व द्वितीय जबलपुर का है। कलेक्टर आशुतोष अवस्थी ने पदभार संभालते समय कहा था कि वह परिवार कल्याण कार्यक्रम में जिला को प्रदेश प्रथम स्थान पर बनाए रखेंगे।