स्नेहा जब छः साल की थी। तभी उसके पिता का तबादला हो गया। तबादले से एक दिन पूर्व ही वेलेंटाइन डे था। उसी के क्लास में उसका एक दोस्त रवि पढ़ता था। स्नेहा और रवि दोनों एक-दूसरे को बहुत पसंद करते थे। साथ-साथ पढ़ना, साथ-साथ खेलना दोनों को बहुत अच्छा लगता था। |
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