बुधवार, 27 सितम्बर 2023
0

लव गेम्स

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
0
1

तेरी अंजुमन की बातें

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
तेरे ख़्याल, तेरी अंजुमन की बातें हैं अजीब हाल है, दीवानापन की बातें हैं करें वो प्यार तो वो उनका इश्क कहलाए करूँ मैं प्यार तो, आवारापन की बातें हैं फ़लक के चाँद की दिलकश किरन की बात नहीं ग़जल में गाँव की चंचल किरन की बातें हैं यहाँ गुलाब
1
2

प्यार में सौदा नहीं

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
दोनों विजातीय हैं, एक-दूसरे से प्रेम करते हैं और इस प्रेम की परिणिति विवाह के रूप में चाहते हैं। दोनों ने अपने परिजनों को इस बारे में जानकारी दी तो एक-दूजे के परिवार में आने-जाने तथा देखने-दिखाने के बाद दोनों की शादी तय हो गई।
2
3

'मैजिक ऑफ लव'

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
कोई ऐसा नहीं है जो उसकी समस्या, उसके दुःख और उसकी परेशानी में उसके साथ खड़ा हो। दोस्त इन्हीं क्षणों के लिए होते हैं। इसलिए अगर आपका कोई दोस्त किसी समस्या से गुजर रहा है, उस पर कोई संकट आन पड़ा है तो बस उससे जाकर कह दीजिए 'मैं भी तुम्हारे साथ हूँ।' फिर
3
4
प्यार पहले भी होता था, प्यार आज भी होता है। मगर प्यार करने और प्यार का इज़हार करने के ढंग बदल चुके हैं। आज से कुछेक साल पहले का दृश्य याद करो, जब कोई लड़का लड़की को देखता, अगर वो शर्मा कर मुस्कराते हुए गुजर जाती तो समझ लिया जाता था
4
4
5

प्रेम अपरिभाषित

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
धूप में जीवन की जब श्‍याम रंग को श्वेत करने चले जो बसंत की बयार, छलकाती फिरे हर ओर प्रेम भाव अपरंपार...
5
6
प्यार का दिन, प्यार के इजहार का दिन। अपने जज्बातों को शब्दों में बयाँ करने के लिए शायद इस दिन का हर धड़कते हुए दिल को बेसब्री से इंतजार होता है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं, प्यार के परवानों के दिन की, वेलेंटाइन-डे की...।
6
7
एहसासों के परिंदे अरमानों के पर लगा उड़ने लगे हैं प्रेम के आकाश में निर्द्वन्द्व व स्वच्छंद अनजान जगहों पर ये खग-विहग विचरने लगे हैं
7
8
प्यार एक रूहानी रिश्ता है, मगर आज के ज्यादातर लड़के-लड़कियों ने जिस्मानी रिश्ते को प्यार की संज्ञा देकर राख से पवित्र रिश्ते को अपवित्र कर दिया। प्यार में अहसास का होना लाजमी है, जब तक अहसास है
8
8
9

प्यार का पहला वेलेंटाइन...

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
मिताली अपनी मम्मी और छोटे भाई के साथ घूमने गई थी। ट्रेन में सफर के दौरान उसे एक अच्छा दोस्त राहुल मिल गया। सफर के दौरान उनकी आपस में काफी अच्छी बातचीत और अच्छी-खासी पहचान हो गई।
9
10
आँखे खुली और दिखा विशाल आकाश निश्छल व निराधार देखता धरा को एकटक दूर से ही देखकर प्रसन्न होता नभ अपार
10
11
रेशम के फाहों में लिपटा मन का कोमल-सा भाव, या फिर अपनी आँखें मींचता भोला सा स्वप्न सुकुमार...
11
12

प्‍यार के रंग

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
दो प्‍यार करने वाले दिल भी उनके पसंद और नापसंद से एक-दूसरे को जानने और समझने की कोशिश करते हैं। वहीं जिन्‍हें प्‍यार की पाठशाला में प्रवेश लेने की चाहत होती है, वो भी चाहते हैं कि ‘वो’ उनकी भावनाओं को समझेगा या फिर प्‍यार की गाड़ी दूर तक ले जाएगा।
12
13

यह कैसा वेलेंटाइन डे है

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
हम क्यों मनाते हैं वेलेंटाइन? हमारा इससे क्या वास्ता? हमें इससे क्या लेना-देना? न तो यह हमारी संस्कृति में है और न ही हमारे देश में कभी इस दिवस का प्रचलन था। फिर क्यों कर हम इसे मनाएँ। फिर भी हम इसे मनाते हैं। हम भारतवासी हैं। हमने दुनिया को प्यार
13
14

14 फरवरी और दिलवाले !

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
मेरे प्यारे भाइयों फरवरी के दिन जैसे-जैसे बीतते जा रहे हैं, आप लोगों के दिल की धड़कनें बढ़ती जा रही होंगी। आखिर आप जैसे अनेक लोगों का फेस्टिवल जो आ रहा है। जैसे इंडिपेंडेस डे और रिपब्लिक डे हैं, वैसे ही 14 फरवरी और दिलवाले हैं।
14
15

नजारा वेलेंटाइन डे का...

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
शहर के रेस्टॉरेन्ट और जगह-जगह हाथों में फूल और गिफ्ट लिए हुए नवयुवकों की भीड़। हर चौराहे पर उत्साहपूर्वक किसी का इंतजार करते लड़के-लड़कियाँ। यह नजारा होता है वेलेंटाइन डे यानी कि प्रेम दिवस का।
15
16

प्यार का सुनहरा अवसर

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
वेलेंटाइन-डे हमारे देश को विदेशों से मिली कई प्रथाओं में से एक है, जिसे हमारी युवा पीढ़ी ने अपनी सुविधा के अनुसार ढाल कर अपनाया है। दरअसल दुर्भाग्य की बात यह है कि हमने वेलेंटाइन-डे के पीछे छुपे उद्देश्य को समझे बिना ही इसका अनुसरण किया है।
16
17
वेलेंटाइन को ज्यादा दिन नहीं हैं और प्रेमियों के लिए तो हर दिन वेलेंटाइन है। फिर भी इस दिन की अपनी अहमियत है और बात फूलों की हो तो फिर तो क्या कहने। फूल भेंट देने का सबसे खास दिन इसे ही मानते हैं।
17
18

अहसास

सोमवार,फ़रवरी 9, 2009
इश्क मोहब्बत के अलावा भी कई नाम पाकीजा है हर उठती निगाह कहती है…
18
19
मैं अपने ‘मैं’ में संकुचित ना रह जाऊँ
19