राकेश टिकैत ने BJP पर साधा निशाना, कहा- अगर सत्ता में आई तो कलम पर पहरा और आंदोलनकारी जेल में होंगे
Rakesh Tikait targeted BJP : कानपुर देहात के रसूलाबाद में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) पहुंचे। इस दौरान किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान टिकैत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वे भी श्रीराम के वंशज हैं।
उन्होंने कहा कि इसके पहले भी अयोध्या में जब-जब कार्यक्रम हुए वे और उनके परिवार के लोग जाते रहे हैं। यदि रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा पर उन्हें निमंत्रण मिलता है तो वे 22 जनवरी को अयोध्या जरूर जाएंगे। लेकिन सच यह भी है कि अगर सरकारी कार्यक्रम हुआ तो सरकार निमंत्रण नहीं भेजेगा।
विरोध करने वालों की जगह जेल में होगी : राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत ने कहा कि 2024 के चुनाव में भाजपा फिर से सत्ता में आई तो सरकार का विरोध करने वालों की जगह जेल में होगी, कलम पर पहरा बैठा दिया जाएगा, आंदोलन करने वालों की जगह जेल में होगी। आंदोलनकारी की बात सुनने वाला कोई नहीं होगा। वैसे तो अभी से ही यह हो रहा है। जितने भी लोग सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं या तो वे जेल में हैं या फिर उनके ऊपर मुकदमे लिख दिए गए हैं। पत्रकारों की आवाज को दबाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। जितने भी यूट्यूब पर हैं, 2024 के बाद सच बोलने वाले एक भी नहीं बचेंगे।
सफेद कागज पर सिर्फ लिख दिया गया 'किसान' : टिकैत ने कहा कि प्रदूषण फैलाने के नाम पर सफेद कागज पर सिर्फ 'किसान' लिख दिया गया है। सरकार को सिर्फ और सिर्फ किसान ही दिखता है। किसान को हर तरीके से परेशान किया जा रहा है। पराली जलाने के नाम पर मुकदमे लिखे जा रहे हैं। सरकार ने योजना बना रखी है कि किसानों को इतना तंग करो कि वह स्वयं जमीन छोड़ दे। और जब कुछ नहीं बचेगा तो जमीन व्यापारी खरीद लेंगे। सरकार, किसान को बेरोजगार करना चाहती है। इसी दिशा में भाजपा सरकार काम कर रही है।
जेल जाने और मुकदमे से डरने वाले नहीं हैं : टिकैत ने कहा कि आपके माध्यम से सिर्फ मैं सरकार से इतना कहना चाहता हूं कि किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य मिलना चाहिए और आपदा पर तुरंत राहत मिलनी चाहिए। सरकार इस सच को स्वीकार ले कि किसान और जवान इनसे ही देश चल रहा है। अगर किसानों की समस्याएं दूर नहीं होती हैं तो वे फिर आंदोलन करेंगे और वे किसानों के हित के लिए लड़ते रहेंगे। सरकार को अगर जेल भेजना है तो भेज दे। वे जेल जाने और मुकदमे से डरने वाले नहीं हैं।
Edited by: Ravindra Gupta