SP ने चुनाव आयोग से ओपिनियन पोल बंद करने की मांग की, BJP ने कहा- हार के डर की बौखलाहट
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) ने चुनाव आयोग से उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान विभिन्न समाचार चैनलों पर प्रसारित किए जा रहे ओपिनियन पोल के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है। हालांकि सपा की इस मांग को लेकर भाजपा ने उस पर करारा हमला बोला है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने रविवार को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद इस तरह के ओपिनियन पोल का प्रसारण किया जाना आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।
उन्होंने दलील दी है कि राज्य में 8 जनवरी को चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद 21 जनवरी को पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। इस दौरान समाचार चैनलों पर लगातार ओपिनियन पोल दिखाए जा रहे हैं। इससे मतदाता भ्रमित हो रहे हैं।
उत्तम ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए आयोग से तत्काल ओपिनियन पोल पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ओपिनियन पोल के प्रसारण से चुनाव प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए ओपिनियन पोल के प्रसारण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए।
बौखलाहट में कदम : बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अखिलेश यादव अपनी संभावित हार को देखते हुए बौखलाहट में आ गए हैं। वे कभी चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करते हैं। कभी डिजिटल माध्यमों पर प्रचार-प्रसार में अपनी कमजोरी का रोना रोते हैं। अब इलेक्शन सर्वे पर रोक लगाए जाने की मांग कर रहे हैं।