एमएसपी, कर्जमाफी समेत कई मांगों को लेकर सोमवार को हजारों किसानों ने धार जिले के खलघाट पर आंदोलन शुरू किया है। आंदोलन में निमाड़ व मालवा इलाके के किसान शामिल हुए। इस दौरान नेशनल हाईवे के सभी टोल प्लाजा पर पुलिस तैनात की गई है।
किसानों के मुताबिक मांगें पूरी नहीं होने की स्थिति में यह आंदोलन अनिश्चित काल तक जारी रखने की बात की गई है। उन्होंने बताया कि हम पूरी तैयारी से आए हैं और साथ में आटा दाल और कंबल लेकर आए हैं। इस दौरान कई वाहनों को रोका गया है। इसके साथ ही रूट डायवर्ट किया गया है।
रूट किए डायवर्ट : किसानों के आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने महाराष्ट्र और गुजरात की तरफ आने वाले वाहनों को मंडलेश्वर-बड़वाह मार्ग की तरफ मोड़ा है। छोटे वाहन मंडलेश्वर से जाम गेट होते हुए इंदौर की तरफ आ रहे है। आंदोलन के पहले किसानों ने कृषि मंत्री के साथ बैठक भी की थी, लेकिन वह बेनतीजा रही।
वाहन और लोग परेशान : चक्काजाम के कारण पुणे, मुबंई, नासिक की तरफ से आने वाली बसें और ट्रक एबी रोड से इंदौर नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसके अलावा गुजरात के छोटा उदयपुर, चांदपुर की तरफ से भी वाहन खलघाट, धामनोद होते हुए इंदौर की तरफ आते है। पुलिस ने वाहनों को दूसरे मार्गों पर डायवर्ट किया गया है। महेश्वर से धामनोद जाने वाले ट्रैफिक को रोक दिया गया है। उन्हें कसरावद की तरफ भेजा जा रहा है। कई वाहन कसरावद, खरगोन, खंडवा होते हुए इंदौर की तरफ आ रहे है।
5 जिलों के किसान हुए जमा : बता दें कि एमएसपी और कर्जमाफी सहित अन्य मांगों को लेकर 5 जिलों के किसानों ने यह हाईवे जाम किया है। इसमें बड़वानी, धार, खरगोन, खंडवा और अलीराजपुर जिले के हजारों किसान शामिल थे। यह आंदोलन राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के बैनर तले शुरू किया है। यह आंदोलन राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर किया गया।
क्या है किसानों की मांग : किसानों की प्रमुख मांगों में फसलों का कानूनी गारंटी के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), कर्जमाफी, कृषि संबंधी समस्याओं के स्थायी समाधान और फसल बीमा की पारदर्शी प्रक्रिया शामिल हैं। वहीं, आंदोलन को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। पुलिस ने भारी वाहनों की एंट्री रोक दी है और पूरे क्षेत्र में नाकाबंदी की गई है। जिला प्रशासन द्वारा एनएच-52 पर टोल प्लाजा के दोनों ओर 500 मीटर के दायरे में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिए गए हैं।
पुलिस ने जारी की एडवाइजरी : बता दें कि पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है, इसमे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की अपील की गई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धीरज बब्बर ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए जिले के सभी प्रमुख मार्गों और टोल नाकों पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
बेनतीजा रही बैठक : प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। इससे पहले शनिवार को किसान नेताओं का प्रतिनिधिमंडल भोपाल में कृषि मंत्री एंदल सिंह कंसाना से मिला था, हालांकि यह बैठक बेनतीजा रही।
तैयारी के साथ पहुंचे किसान : बता दें कि किसान प्रतिनिधि अपने मांगों पर अड़े रहे और आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। किसान नेताओं ने बताया "कृषि मंत्री ने मुख्यमंत्री के निवास पर विवाह समारोह का हवाला देते हुए आंदोलन स्थगित करने का आग्रह किया, लेकिन किसानों ने इसे अस्वीकार कर दिया।" आंदोलन में शामिल किसान ट्रैक्टरों के साथ पहुंचे और लंबी लड़ाई के लिए पूरी तैयारी कर आए हैं। किसान अपने साथ कंबल, दो-दो जोड़ी कपड़े, आटा, दाल, लकड़ी और कंडे लेकर आए हैं। किसान संघ के रामेश्वर पाटीदार का कहना है "आवश्यकता पड़ी तो यह आंदोलन अनिश्चितकाल तक चलाया जाएगा"
Edited By: Navin Rangiyal