गुरुवार, 9 जनवरी 2025
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. विधानसभा चुनाव 2017
  3. उत्तरप्रदेश
  4. Uttar Pradesh assembly election 2017
Written By संदीप श्रीवास्तव

राजनीति में रिश्ते-नाते का कोई महत्व नहीं

राजनीति में रिश्ते-नाते का कोई महत्व नहीं - Uttar Pradesh assembly election 2017
चंदौली जिले के सैयद राजा विधानसभा क्षेत्र का चुनावी नजारा अलग ही है। इस विधानसभा के चुनावी दंगल में खून के रिश्ते राजनीतिक महत्वाकांक्षा के सामने नगाड़े साबित हो रहे हैं। इस विधानसभा क्षेत्र बाहुबली एवं पूर्व विधान परिषद सदस्य विनीत सिंह चुनाव मैदान में हैं और इसी क्षेत्र से विनीत के सगे बड़े भाई त्रिभुवन सिंह भी चुनाव मैदान में अपने सगे भाई से ही जोर-आजमाइश कर रहे हैं। 
जबकि विनीत सिंह ने अपने बड़े भाई के लिए विधान परिषद के चुनाव में अपनी सीट मिर्जापुर सोनभद्र उनके लिए छोड़ दी थी जिस पर विनीत के बड़े भाई त्रिभुवन सिंह चुनाव भी लड़े थे जिसमें विनीत ने काफी मेहनत की थी, जबकि इस चुनाव में विनीत किसी मामले में जेल में बंद हैं। 
 
इतना ही नहीं, इसी विधानसभा से ही विधायक मनोज सिंह डब्ल्यू भी चुनाव लड़ रहे हैं और इसी विधानसभा सीट से ही मनोज सिंह की सगी बहन मीना सिंह भी चुनाव लड़ रही हैं जबकि मीना सिंह जिला पंचायत का चुनाव मनोज सिंह के दम पर ही जीती हैं। 
 
यहां का अजब नजारा भाई-भाई से जोर-आजमाइश करा रहा है, तो भाई-बहन आमने-सामने खड़े हैं जिससे इस विधानसभा के मतदाता भी बड़े ही असमंजस में पड़े हैं व शंकित नजर देख रहे हैं कि उनका निर्णय क्या होता है, किसके पक्ष में होता है? ये बता पाना बड़ा ही मुश्किल होगा। 
ये भी पढ़ें
मायावती ने अमित शाह को कहा 'कसाब'