मुंबई। बीएसई सेंसेक्स सोमवार को करीब 515 अंक उछलकर 51,937.44 अंक पर पहुंच गया। वहीं एनएसई निफ्टी में लगातार सातवें कारोबारी सत्र में तेजी बनी रही और यह रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर मिलेजुले रुख के बीच कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड संक्रमण के दैनिक मामलों में कमी से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई है।
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े आने से पहले रिलांयस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि. मजबूत लिवाली देखी गई। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स में लगातार चौथे दिन तेजी रही और यह 514.56 अंक यानी एक प्रतिशत उछलकर 51,937.44 अंक पर बंद हुआ। इस साल 15 फरवरी के रिकॉर्ड बंद स्तर से यह करीब 200 अंक नीचे रह गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 147.15 अंक यानी 0.95 प्रतिशत की मजबूती के साथ 15,582.80 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। यह लगातार तीसरा सत्र है जब निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ है। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज रही। कंपनी का शेयर 3.13 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय एयरटेल, डॉ. रेड्डीज, मारुति, आईटीसी, एनटीपीसी और एक्सिस बैंक में भी अच्छी तेजी रही।
दूसरी तरफ, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इन्फोसिस, इंडसइंड बैंक, एल एंड टी और सन फार्मा आदि शेयरों में गिरावट रही। इनमें 4.53 प्रतिशत तक की गिरावट आई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, वैश्विक स्तर पर मिलेजुले रुख के बीच चौथी तिमाही के जीडीपी आंकड़े आने से पहले शेयर बाजार में तेजी रही।
जीडीपी आंकड़े को लेकर मिलाजुला अनुमान है, लेकिन 2021-22 के लिए इसके बेहतर रहने की संभावना है। इसके अलावा कोविड मामलों में दैनिक आधार पर कमी से भी बाजार को मदद मिल रही है। उन्होंने कहा, प्रमुख शेयरों में तेजी से बाजार को समर्थन मिला। बेहतर आर्थिक वृद्धि के अनुमान में धातु, निजी बैंक और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में अच्छी तेजी रही।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार को सुबह जारी आंकड़े के अनुसार देश में 50 दिन बाद 24 घंटे में कोविड-19 के सबसे कम 1,52,734 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 2,80,47,534 हो गई। वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी कम होकर 20,26,092 रह गई है। वैश्विक स्तर पर मिलाजुला रुख रहा। इसका कारण अमेरिका और ब्रिटेन के बाजारों का अवकाश के कारण बंद रहना है।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई और सोल बढ़त में रहे, जबकि हांगकांग और टोक्यो में गिरावट दर्ज की गई। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में मिलाजुला रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 1.08 प्रतिशत बढ़कर 69.46 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया।अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे टूटकर 72.62 पर बंद हुआ।(भाषा)