रुपए में आई मजबूती, लिवाली के दम पर चहका बाजार
मुंबई। डॉलर की तुलना में रुपए में लौटी मजबूती से उत्साहित निवेशकों की लिवाली के दम पर बुधवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 461.42 अंक यानी 1.35 प्रतिशत चढ़कर करीब एक सप्ताह के उच्चतम स्तर 34,760.89 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 159.05 अंक यानी 1.54 प्रतिशत की तेजी में 10,460.10 अंक पर बंद हुआ।
प्रमुख सूचकांकों की आज की तेजी में सबसे बड़ा योगदान बैंकिंग तथा वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों का रहा। बीएसई में दोनों समूहों का सूचकांक साढ़े तीन प्रतिशत से ज्यादा चढ़ा। सबसे ज्यादा करीब साढ़े चार प्रतिशत की बढ़त रियलिटी में रही। आईटी और टेक के अलावा अन्य समूहों में भी तेजी रही।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के लोन पोर्टफोलियो खरीद का लक्ष्य बढ़ाने से बैंकिंग के शेयरों में निवेशकों ने जमकर पैसा लगाया। सेंसेक्स में सर्वाधिक मुनाफा कमाने वाली पांच कंपनियों में चार बैंक रहे। एक्सिस बैंक में साढ़े छह प्रतिशत से अधिक और भारतीय स्टेट बैंक में करीब छह फीसदी की तेजी देखी गई। यस बैंक के शेयर करीब साढ़े चार फीसदी और आईसीआईसीआई बैंक के चार प्रतिशत से अधिक चढ़े।
सेंसेक्स 193.74 अंक की तेजी के साथ 34,493.21 अंक पर खुला। शुरुआती कारोबार में ही 34,346.50 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़कने के बाद इसमें लगातार तेजी देखी गई। कारोबार की समाप्ति से पहले 34,858.35 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक चढ़ने के बाद यह गत दिवस की तुलना में 461.42 अंक ऊपर 34,760.89 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की 30 में से 25 कंपनियों के शेयर हरे और शेष पांच के लाल निशान में बंद हुए। मझौली और छोटी कंपनियों में जबरदस्त तेजी देखी गई। बीएसई का मिडकैप 4.23 प्रतिशत चढ़कर 14,282.77 अंक पर और स्मॉल कैप 3.67 प्रतिशत की छलांग लगाकर 13,997.86 अंक पर पहुंच गया। बीएसई में कुल 2,800 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें से 2,060 के शेयर बढ़त में ओर 606 के गिरावट में रहे, जबकि 134 के शेयर दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: अपरिवर्तित रहे।
निफ्टी 30.80 अंक की मजबूती के साथ 10,331.85 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान इसका दिवस का निचला स्तर 10,318.25 अंक और उच्चतम स्तर 10,482.35 अंक दर्ज किया गया। अंतत: यह गत दिवस की तुलना में 159.05 अंक ऊपर 10,460.10 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से 42 कंपनियों के शेयरों में लिवाली और शेष आठ में बिकवाली का जोर रहा। (वार्ता)