युवा ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले तीरंदाज बने आकाश
ब्यूनस आयर्स। भारत के आकाश मलिक ने यहां तीसरे युवा ओलंपिक खेलों की तीरंदाजी स्पर्धा में देश के लिए रजत पदक के रूप में पहला पदक हासिल कर इतिहास रच दिया है।
भारत का युवा ओलंपिक में अब तक का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। भारत ने युवा ओलंपिक खेलों में 3 स्वर्ण, 9 रजत और 1 कांस्य पदक अपने नाम किया। यह इन खेलों का तीसरा संस्करण है जिसमें पहली बार भारत की हॉकी टीमों ने हिस्सा लिया और महिला एवं पुरुष दोनों वर्गों में रजत जीते।
15 साल के आकाश को हालांकि स्वर्ण की उम्मीद थी लेकिन वह फाइनल में अमेरिका के ट्रेंटन काओलेस से एकतरफा अंदाज में 0-6 से पराजित हो गए। हरियाणा के आकाश को क्वालिफिकेशन के बाद 5वीं वरीयता मिली लेकिन फाइनल में उन्हें 15वीं वरीय अमेरिकी खिलाड़ी से कड़ी चुनौती झेलनी पड़ गई जिन्होंने 10 और 9 के शॉट से स्वर्ण अपने नाम किया।
3 सेटों में दोनों तीरंदाजों ने 4 शॉट पर परफेक्ट 10 का स्कोर किया लेकिन शुरुआती राउंड में 2-6 के शॉट से वह पिछड़ गए जिससे 3 सेट निर्णायक बन गया। रात में बारिश के बाद अगले दिन हवाओं से भी तीरंदाजों को परेशानी हुई।
11वीं में पढ़ रहे आकाश ने 6 वर्ष पहले ही तीरंदाजी शुरू की है और यूथ ओलंपिक में रजत उनके लिए बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले आकाश ने मिश्रित अंतरराष्ट्रीय टीम स्पर्धा में तुर्की की सेलिन सातिर के साथ स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल तक जगह बनाई थी लेकिन यह जोड़ी थाईलैंड-अर्जेंटीना के आतियावात सोइथोंग-अगस्तिना सोफिया जियानासियो से हार गई।