Sawan ke mah me nahi kare ye kaam: 14 जुलाई 2022 गुरुवार से श्रावण का माह प्रारंभ हो रहा है। इस माह में भगवान शिव, माता पार्वती और नागदेव की पूजा का खास प्रचलन है। साथ ही यदि संपूर्ण माह व्रत नहीं रख रहे हैं तो सिर्फ सोमवार के दिन ही व्रत रखें जाते हैं। आओ जानते हैं कि सावन के महीने में कौनसे 11 कार्य भूलकर भी नहीं करना चाहि।
1. भोजन : श्रावण में पत्तेदार सब्जियां यथा पालक, साग इत्यादि। तेल या मासालेदार भोजन, लहसुन और प्याज, मच्छी और मांसाहर, मूली, बैंगन, गुड़, मीठी, ज्यादा खट्टी और नमकीन पदार्थ, कच्चा दूध, कढ़ी, शहद और शक्कर का त्याग कर देना चाहिए। इस माह यह रोग पैदा करने वाली वस्तुएं होती हैं। भोजन कांसे के बर्तन में नहीं करना चाहिए।
2. नशा : सावन के माह में किसी भी प्रकार का नशा नहीं करते हैं। जैसे, पान, सुपारी, तंबाकू, अल्कोहल या अन्य किसी प्रकार का नशा करना।
3. ब्रह्मचर्य : सावन के माह में यदि ब्रह्मचर्य का पालन नहीं करते हैं तो पछताएंगे। ब्रह्मचर्य का पालन नहीं करते हैं तो निश्चित ही आप गंभीर रोग या किसी भी प्रकार के शोक से ग्रस्त हो सकते हैं। आप पर शिव के अपमान का पाप भी लग सकता है।
4. शयन : सावन के माह में गद्देदार बिस्तर पर नहीं होना चाहिए। हो सके तो भूमि पर शयन करना चाहिए। सावन माह में सुबह देर से उठना और रात देर तक सोना भी नुकसानदायक माना गया है। दिन में शयन न करें।
5. शरीर पर तेल लगाना : सावन माह में शरीर पर तेल लगाने की मनाही है।
6. स्नान : सावन माह में प्रतिदिन स्नान करना चाहिए। स्नान नहीं करने से शरीर जल्द ही रोगग्रस्त हो सकता है।
7. मांगलिक कार्य : सावन माह में किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। जैसे विवाह संस्कार, जातकर्म संस्कार, गृह प्रवेश आदि।
8. शिवपूजा : सावन माह में शिवपूजा में कोई गलती नहीं करना चाहिए। जैसे शिवलिंग पर हल्दी, कुमकुम, केतकी का फूल या तुलसी अर्पित करना। शिवलिंग के समक्ष ताली या शंख बजाना।
9. अतिथि : सावन माह में यदि आपके द्वारा पर कोई भी आए, जैसे गाय, बैल, भिक्षु आदि वह सभी अतिथि होते हैं उन्हें भगाना नहीं चाहिए।
10. अपमान : सावन माह में किसी का अपमान न करें। खासकर देवता, माता-पिता, गुरु, जीवनसाथी, मित्र और मेहमान। इस माह किसी भी जीव को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
11. केश कर्तन : इस माह में दाढ़ी या सिर के बाल नहीं कटवाना चाहिए। नाखुन भी नहीं काटना चाहिए।