शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. धर्म-दर्शन
  3. धार्मिक स्थल
  4. Sarvani Kanyashram Shakti Peeth Kanyakumari Tamil Nadu

51 Shaktipeeth : सर्वाणी कन्याश्रम कन्याकुमारी तमिलनाडु शक्तिपीठ-30

51 Shaktipeeth : सर्वाणी कन्याश्रम कन्याकुमारी तमिलनाडु शक्तिपीठ-30 - Sarvani Kanyashram Shakti Peeth Kanyakumari Tamil Nadu
देवी भागवत पुराण में 108, कालिकापुराण में 26, शिवचरित्र में 51, दुर्गा शप्तसती और तंत्रचूड़ामणि में शक्ति पीठों की संख्या 52 बताई गई है। साधारत: 51 शक्ति पीठ माने जाते हैं। तंत्रचूड़ामणि में लगभग 52 शक्ति पीठों के बारे में बताया गया है। प्रस्तुत है माता सती के शक्तिपीठों में इस बार सर्वाणी शक्तिपीठ कन्याश्रम कन्याकुमारी तमिलनाडु शक्तिपीठ के बारे में जानकारी।
 
 
कैसे बने ये शक्तिपीठ : जब महादेव शिवजी की पत्नी सती अपने पिता राजा दक्ष के यज्ञ में अपने पति का अपमान सहन नहीं कर पाई तो उसी यज्ञ में कूदकर भस्म हो गई। शिवजी जो जब यह पता चला तो उन्होंने अपने गण वीरभद्र को भेजकर यज्ञ स्थल को उजाड़ दिया और राजा दक्ष का सिर काट दिया। बाद में शिवजी अपनी पत्नी सती की जली हुई लाश लेकर विलाप करते हुए सभी ओर घूमते रहे। जहां-जहां माता के अंग और आभूषण गिरे वहां-वहां शक्तिपीठ निर्मित हो गए। हालांकि पौराणिक आख्यायिका के अनुसार देवी देह के अंगों से इनकी उत्पत्ति हुई, जो भगवान विष्णु के चक्र से विच्छिन्न होकर 108 स्थलों पर गिरे थे, जिनमें में 51 का खास महत्व है।
 
कन्याश्रम- सर्वाणी कन्याकुमारी : कन्याश्रम में माता का पृष्ठ भाग (पीठ) गिरा था। इसकी शक्ति है सर्वाणी और शिव को निमिष कहते हैं। कुछ विद्वान को मानना है कि यहां मां का उर्ध्वदंत गिरा था। कन्याश्रम को कालिकशराम या कन्याकुमारी शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता है। यह शक्तिपीठ चारों ओर जल से घिरा हुआ है। ये एक छोटा सा टापू है जहां का दृश्य बहुत ही मनोरम है।
ये भी पढ़ें
51 Shaktipeeth : त्रिपुरमालिनी, जालंधर पंजाब शक्तिपीठ-23