3 महीने बाद फिर दौड़ी कश्मीर घाटी में ट्रेन, श्रीनगर से बारामुला के बीच हुआ ट्रायल
जम्मू। कश्मीर वादी में 3 महीने से अधिक समय से ठप पड़ी ट्रेन सेवा आज बहाल हो गई। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर से बारामुला के बीच सोमवार को ट्रेन का ट्रायल हुआ। वादी में बर्फबारी के कारण कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि यह ट्रायल सफल रहा, वहीं मंगलवार से नियमित रूप से ट्रेनें रफ्तार भरेंगी। फिलहाल इसके प्रति पक्का नहीं कहा जा रहा है कि नियमित ट्रेन सेवा कल से आरंभ होगी या परसों से। दरअसल, डिवीजनल कमिश्नर (डिवकॉम) बसीर अहमद खान ने रेलवे प्रबंधन को ट्रेन सेवा को बहाल करने को कहा था।
बुधवार को डिवकॉम की अध्यक्षता में हुई बैठक में घाटी में वर्तमान स्थिति का जायजा लेने के बाद ट्रेन सेवा को बहाल करने का फैसला लिया गया था। हालांकि पहले एक से दो डीएमयू ट्रेन ही चलाई जाएंगी। बनिहाल-बारामुला के बीच करीब 3 महीने बाद कल से शुरू होने जा रही रेल सेवा फिर से पहले आज सोमवार को रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन चलाकर ट्रैक का निरीक्षण किया। रेलवे विभाग ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और इसे विभाजित कर 2 केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र के फैसले के बाद 5 अगस्त से ही एहतियात के तौर पर बनिहाल-बारामुला रेल सेवा बंद कर दी थी।
सरकारी तौर पर कश्मीर में अब हालात काफी हद तक सामान्य हो गए हैं। स्कूल-कॉलेज खुलने के बाद बोर्ड परीक्षाएं भी शुरू कर दी गई हैं। दुकानें भी खुलना शुरू हो गई हैं। केंद्र सरकार द्वारा ऐहतियात के तौर पर लागू की गईं पाबंधियों के कारण आम लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। अभी भी बस व रेल सेवा बंद होने के कारण एक शहर से दूसरे शहर तक जाने में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में रेलवे अधिकारियों ने घाटी के सामान्य हालात को देखते हुए बनिहाल-बारामुला रेल सेवा फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है।
वादी में प्रतिदिन 3 हजार से अधिक लोग रेल सेवा का लाभ उठाते हैं। ऐसे में 3 महीनों से प्रभावित इस सेवा के कारण रेल सेवा को प्रतिदिन लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है। रेलवे के अनुसार घाटी में बनिहाल से बारामुला के बीच 15 डीएमयू ट्रेन प्रतिदिन चलती हैं। हर दिन इससे 3 लाख से अधिक जा राजस्व एकत्र होता है। करीब 137 किलोमीटर लंबे इस रेल मार्ग पर यात्रियों को बारामुला से बारामुला पहुंचने में मात्र 2 घंटे लगते हैं। यदि यही सफर सड़क से किया जाए तो इसमें 5 घंटे से अधिक समय लगता है। कश्मीर में यह रेल सेवा पहली बार प्रभावित नहीं रही है।
वर्ष 2018 में कश्मीर में खराब माहौल को देखते हुए रेलवे को करीब 92 बार जबकि इस साल 2019 के पहले 3 माह में 18 बार ट्रेन सेवा बंद करनी पड़ी थी। रेल सेवा शुरू करने से पहले रेलवे अधिकारियों ने आज बनिहाल-बारामुला ट्रेक के बीच रेल चलाकर इसका निरीक्षण किया। ट्रैक पर बर्फ पड़ी हुई थी, परंतु इसके कारण किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई। सब ठीक था। शाम को रेलवे अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है जिसमें इस ट्रायल के आधार पर कल से ट्रेन चलाने का फाइनल ऐलान कर दिया जाएगा। हालांकि कुछ अधिकारी ट्रेन 13 नवंबर से शुरू करने की भी बात कर रहे हैं।